Move to Jagran APP

कांग्रेस प्रदेश प्रभारी ने कहा, पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं, प्रीतम, इंदिरा के साथ हूं हरदा की भी लेता हूं राय

कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह ने कहा कि संगठन में कोई गुटबाजी नहीं है। किसी भी पार्टी की मजबूती का आधार कार्यकर्ताओं की टीम होती है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Thu, 12 Dec 2019 07:04 PM (IST)Updated: Sat, 14 Dec 2019 10:32 AM (IST)
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी ने कहा, पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं, प्रीतम, इंदिरा के साथ हूं हरदा की भी लेता हूं राय
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी ने कहा, पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं, प्रीतम, इंदिरा के साथ हूं हरदा की भी लेता हूं राय

हल्द्वानी, जेएनएन : कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह ने कहा कि संगठन में कोई गुटबाजी नहीं है। किसी भी पार्टी की मजबूती का आधार कार्यकर्ताओं की टीवम होती है। इन जमीनी लोगों के सहारे ही जनता की आवाज उठाई जाती है। वहीं सरकार के खिलाफ कोई भी आंदोलन खड़ा करने से पहले वरिष्ठ नेताओं के बीच चर्चा जरूर होती है। प्रभारी के मुताबिक प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश के अलावा वह भी पूर्व सीएम हरीश रावत से राय लेते हैं।

loksabha election banner

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता महेश शर्मा के होटल क्रिस्टल ग्रांड में दैनिक जागरण से बातचीत के दौरान प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह ने कहा कि भाजपा भावनात्मक बातों को आगे कर जमीनी मुद्दों से ध्यान भटका रही है। लिहाजा कांग्रेस की जिम्मेदारी है कि वो जनमुद्दों पर सरकार को घेरे। कहा कि सिडकुल से लोगों की नौकरियां हट रही है, बाजपुर, सितारगंज समेत कई चीनी मिल बंदी की कगार पर है। नए रोजगार की बात छोडि़ए, तनख्वाह देने तक को पैसे नहीं है। इसलिए सरकार मुद्दों का डायवर्जन करती है, लेकिन कांग्रेस लगातार आंदोलन खड़ा कर सरकार को मजबूर करेगी। इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेसी नेता महेश शर्मा, जिलाध्यक्ष सतीश नैनवाल मौजूद रहे।

हम साथ-पूछने की जरूरत नहीं

कार्यकर्ताओं के लिए संदेश देते हुए प्रभारी ने कहा कि जनता की आवाज उठाने और आंदोलन करने के लिए संगठन से पूछने की कोई जरूरत नहीं। ऐसे कार्यकर्ताओं के संग संगठन हमेशा खड़ा है।

जिसे बढऩा था वो घट गया

अनुग्रह नारायण सिंह ने कहा कि सरकार के सारे वादे उल्टे साबित हो गए। रोजगार बढऩा था लेकिन घट गया। वहीं महंगाई दर नीचे उतरने की बजाय उपर पहुंच गई। टोलरेंस गायब हो गया सिर्फ जीरो रह गया।

पुतला नहीं मुद्दे भी लेकर उतरे

बातचीत में बड़े नेताओं को नसीहत देते हुए प्रभारी ने कहा कि पुतला दहन व विरोध प्रदर्शन तक सीमित न रहे। जनता के बीच जनता के मुद्दे लेकर पहुंचे। राजनीतिक संघर्ष की परिभाषा बदलनी चाहिए।

दस हजार कार्यकर्ता कल दिल्ली में

14 दिसंबर को दिल्ली में आयोजित भारत बचाओ रैली में प्रदेश से दस हजार कार्यकर्ता पहुंचेंगे। रैली को लेकर कार्यकर्ताओं में भरपूर जोश है। प्रदेश भर में बैठक कर निर्देशित किया जा चुका है।

यह भी पढ़ें : एनआईवीएच में छात्राओं संग दुष्‍कर्म मामले में हाईकोर्ट ने छह जनवरी तक स्‍थायी निदेशक की नियुक्ति के दिए निर्देश

यह भी पढ़ें : उत्‍तराखंड सरकार को नहीं अपनी 'गरिमा' का ख्याल, पिता ने फिर मांगी इच्‍छा मृत्‍यु


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.