गैरसैंण को लेकर कांग्रेस एकजुट, हरदा ने दिया धरना, नेता प्रतिपक्ष ने भी सरकार काे घेरा
अगस्त क्रांति दिवस पर जहां पूर्व सीएम हरीश रावत ने गैरसैंण में धरना दिया तो नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरने का प्रयास किया।
हल्द्वानी, जेएनएन : गैरसैंण को लेकर कांग्रेस अब एकजुट होकर अक्रामक भूमिका में आ चुकी है। अगस्त क्रांति दिवस पर जहां पूर्व सीएम हरीश रावत ने गैरसैंण में धरना दिया तो नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरने का प्रयास किया। इंदिरा ने कहा कि गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की बात महज राजनैतिक घोषणा साबित हुई। इसे लेकर सरकार की नीयत साफ नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि मार्च में विधानसभा सत्र के बीच मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अचानक गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा की थी। तब इसे लेकर किसी से चर्चा तक नहीं हुई। विपक्ष को भी भरोसे में नहीं लिया गया। गैरसैंण को लेकर कोई रूपरेखा अब तक तैयार नहीं होने से पता चलता है कि सरकार सिर्फ सियासी लाभ लेने के चक्कर में है।
सचिवालय या कैंप कार्यालय तक यहां नहीं बन सका। पहाड़ के लोग अब भी शासन स्तर के कामों के लिए दून के चक्कर लगा रहे हैं। इसलिए गैरसैंण पर राजनीति करने की बजाय ऐसी व्यवस्था बनाने पर फोकस किया जाए। जिससे पहाड़ के लोगों को सुविधाएं मिल सके।