कांग्रेस का बागनाथ मंदिर में उपवास, आप ने फूंका पुतला, भाजपा सांसद की गिरफ्तारी की मांग तेज
सांसद धमेंद्र कश्यप की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेसियों ने बागनाथ मंदिर परिसर पर उपवास किया। उन्होंने कहा कि जागेश्वर धाम में मंदिर प्रबंधक और पुजारियों से अभद्रता एवं गाली-गलौच की गई। जिसका वह पुरजोर विरोध करेंगे। इधर आम आदमी पार्टी ने एसबीआइ तिराहे पर आरोपित सांसद का पुतला फूंका।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : भाजपा सांसद धमेंद्र कश्यप की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेसियों ने बागनाथ मंदिर परिसर पर उपवास किया। उन्होंने कहा कि जागेश्वर धाम में मंदिर प्रबंधक और पुजारियों से अभद्रता एवं गाली-गलौच की गई। जिसका वह पुरजोर विरोध करेंगे। इधर, आम आदमी पार्टी ने एसबीआइ तिराहे पर आरोपित सांसद का पुतला फूंका।
सोमवार को कांग्रेस पूर्व दर्जा राज्यमंत्री राजेंद्र टंगड़िया के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने ऐतिहासिक बागनाथ मंदिर में एक घंटे का उपवास कर विरोध जताया। कहा कि भाजपा के लोग जहां हिन्दू एवं धार्मिक स्थलों में अपना एकाधिकार समझते हैं। वहीं उन्ही के सांसद मंदिरों में जाकर गाली-गलौच कर वहां के पुजारियों एवं पुरोहितों से अभद्रता कर मंदिरों की पवित्रता को कलंकित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के सांसद के इस कृत्य से देवभूमि अपमानित हुई है। उन्होंने प्रशासन से आरोपी सांसद की शीघ्र गिरफ्तारी करने की मांग की है। इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी, किशन कठायत, कवि जोशी, सुरेंद्र खेतवाल, कैलाश मोहन, गिरीश टंगड़िया, संजय लोहनी, दर्शन कठायत, मोहन सिंह, ललित धपोला, विनोद पाठक, दरवान कुंवर, गिरीश पांडेय, रोहित खैर, अंकुर उपाध्याय, प्रताप बघरी, प्रमोद कुमार आदि लोग उपवास में बैठे।
इधर, आम आदमी पार्टी ने भाजपा सांसद के जागेश्वर मंदिर में पुजारियों से की गई अभद्रता एवं गाली गलौच की कड़ी निंदा करते हुए स्टेट बैंक तिराहे पर पुतला फूंक कर भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता व मंत्री सत्ता के नशे में इतने मस्त हो गए हैं कि उन्हें जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं रह गया।
उन्होंने कहा कि बरेली के भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने मंदिर के नियमों के खिलाफ गर्भगृह खुलवाने को लेकर मंदिर के पुजारियों एवं मंदिर प्रबंधक के साथ जो अभद्रता एवं गाली-गलौच की उससे मंदिर की पवित्रता तो भंग हुई ही है साथ ही तीर्थ पुरोहितों का भी अपमान है। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इस दौरान भीम कुमार, प्रमोद कुमार, दिनेश कुमार, गणेश उपाध्याय, भुवन चन्द्र, विजय कुमार, निखिल चोपड़ा, तेजपाल सिंह, सरिता टम्टा, शैली, सीमा, माया टम्टा आदि मौजूद थे।