उत्तराखण्ड चुनाव 2022 : काशीपुर सीट पर तीन दशक से ज्यादा का सूखा खत्म करने के लिए कांग्रेस कर रही प्लान बी पर काम
उत्तराखण्ड चुनाव 2022 काशीपुर सीट पर कांग्रेस फूंक फूंक कर कदम बढ़ा रही है। सीट पर ऐसा दावेदार लाया जा जाएगा जिसके आने से पार्टी में विद्रोह की स्थिति पैदा न हो। इसी कड़ी में पूर्व सांसद केसी सिंह बाबा के पुत्र नरेन्द्र सिंह को दिल्ली तलब किया था।
अभय कुमार पांडेय, काशीपुर : उत्तराखण्ड चुनाव 2022:काशीपुर सीट पर तीन दशक से ज्यादा समय से कांग्रेस का सूखा समाप्त करने की बड़ी चुनौती है। इसके लिए पार्टी फूंक- फूंक कदम बढ़ा रही है। काशीपुर सीट पर हरीश रावत गुट और प्रीतम गुट के बीच चल रही टिकट की लड़ाई वर्चस्व की लड़ाई बन गई है। यही कारण है कि कांग्रेस अब इस सीट पर प्लान बी पर काम करती दिख रही है। सूत्रों की माने तो इस सीट पर ऐसा दावेदार लाया जा जाएगा जिसके आने से पार्टी में विद्रोह की स्थिति पैदा न हो। इसी कड़ी में पूर्व सांसद केसी सिंह बाबा के पुत्र नरेन्द्र सिंह को पिछले दिनों दिल्ली तलब किया गया था। वहीं मामले में नरेन्द्र सिंह का कहना है कि वरिष्ठ कांग्रेसियों की बैठक के बाद उन्होंने भी अपनी दावेदारी पेश की है, देखते हैं क्या होता है।
काशीपुर कांग्रेस में इस बार टिकट के मुख्य दावेदारों में महानगर अध्यक्ष संदीप सहगल व पूर्व प्रत्याशी रह चुके मनोज जोशी और मुक्ता सिंह का नाम चल रहा था। ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि पिछले आठ साल से स्थानीय स्तर पर कांग्रेस का झंडा बुलंद करने वाले संदीप सहगल का टिकट कटने पर स्थानीय स्तर पार्टी में बगावत देखने को मिल सकती है वहीं दूसरी ओर मनोज जोशी और मुक्ता सिंह का नाम आगे करने पर यही स्थिति सामने आ सकती है। मामले में कांग्रेस के बीच इस सीट पर मंथन चल रहा है यहीं कारण है कि कांग्रेस ऐसा नाम आगे करना चाहती है जिससे दोनों खेमों में सर्वसम्मति बनाए जा सके। विधानसभा के मौजूदा चुनाव में पूर्व सांसद केसी बाबा ने पत्र लिखकर संदीप सहगल को टिकट देनी की पैरवी की थी। ऐसे में संदीप सहगल भी बाबा के बेटे का लेकर खुले तौर पर विद्रोह में नहीं आ सकते।
काशीपुर सीट को लेकर हरदा और प्रीतम ने लगाया है वीटो
काशीपुर सीट से जहां हरदा अपने नजदीकी और पूर्व प्रत्याशी पर दांव खेलना चाहते है तो वहीं प्रीतम ङ्क्षसह स्थानीय महानगर अध्यक्ष की पिछले पांच साल की मेहनत का हवाला देकर अपने समर्थक को टिकट दिलवाना चाहते हैं। यही कारण है कि कांग्रेस आलाकमान ने ऐसे सीटों उस विधानसभा के वरिष्ठ कांग्रेसियों से रायशुमारी की है। यहीं कारण है कि बदलते हालात मे केसी बाबा के बेटे का दिल्ली तलब किया गया था।