छात्रवृत्ति घोटाले के पांच केस की जांच करेंगे सीओ खटीमा
छात्रवृत्ति घोटाले में अब जांच और तेज करने के लिए काशीपुर जसपुर व कुंडा से संबंधित पांच मामलों की जांच का जिम्मा सीओ खटीमा मनोज ठाकुर को सौंप दिया गया है। इसमें जेल में बंद समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय के पटल सहायक राजेंद्र कुमार को रिमांड पर लेकर पूछताछ होगी।
जागरण संवादाता, काशीपुर : दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में अब जांच और तेज करने के मकसद से काशीपुर, जसपुर व कुंडा से संबंधित पांच मामलों की जांच का जिम्मा सीओ खटीमा मनोज ठाकुर को सौंप दिया गया है। इस मामले में जेल में बंद समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय ऊधमङ्क्षसह नगर के तत्कालीन पटल सहायक राजेंद्र कुमार को रिमांड पर लेकर जल्द पूछताछ शुरू होगी।
सीओ मनोज ठाकुर ने बताया कि छात्रवृत्ति घोटाले में जांच तेज करने के मकसद से एएसपी के आदेश पर उन्हें काशीपुर, जसपुर और कुंडा के कुल पांच केस में विवेचना अधिकारी नियुक्त किया गया है। मामले में शुक्रवार को एंटी करप्शन कोर्ट में समाज कल्याण अधिकारी के तत्कालीन पटल सहायक राजेन्द्र ङ्क्षसह से जांच को रिमांड की अर्जी दी गई जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। मामले में आरोपित से छात्रवृत्ति घोटाले के मामले से जुड़े तार तलाशने की कोशिश की जाएगी।
छात्रवृत्ति घोटाले का खुलासा साल 2011 में हुआ था। इसके बाद शासन के निर्देश पर एसआइटी का गठन हुआ था। एसआइटी की जांच में करोड़ों रुपये का घोटाला उजागर हुआ। जिसके बाद जिले के विभिन्न थानों में केस दर्ज किए गए। मामले में काशीपुर सर्किल में 49 और जिले में 60 केस दर्ज हैं। सीओ अक्षय प्रहलाद कोंडे ने साल 2013 में ऊधमङ्क्षसह नगर में समाज कल्याण अधिकारी रहे अनुराग शंखधर को जेल भेजा। जिसके बाद दो अन्य अधिकारियों के नाम भी सामने आए। इसी जांच में तत्कालीन पटल सहायक राजेंद्र कुमार का नाम भी प्रकाश में आया था और सबूतों के आधार पर जसपुर पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार किया था।
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