गौलापार में सिंचाई नहर में डूबा मासूम, आठ किमी दूर शव बरामद Haldwani News
नैनीताल जिले में गौलापार के गोविंदग्राम में सिंचाई विभाग की नहर में गिरने से पांच साल के मासूम की मौत हो गई। बच्चे का शव घटनास्थल से आठ किमी दूर मिला।
हल्द्वानी, जेएनएन : गौलापार में सिंचाई विभाग की लापरवाही एक मासूम की जिंदगी को खत्म कर गई। घर के सामने स्थित सिंचाई विभाग की नहर की दीवार सालों से टूटी पड़ी थी। कई बार मांग के बावजूद मरम्मत नहीं हो सकी। नतीजन रविवार सुबह पांच साल का मासूम घर के आगे-आगे खेलते-खेलते नहर में गिर पड़ा। सात किमी दूर उसकी लाश मिली। मासूम दो बहनों का इकलौता भाई था।
गौलापार की खेड़ा ग्रामसभा के तहत आने वाले गोविंदपुर गांव निवासी ललित आर्य मजदूरी कर परिवार का पेट पालता है। पत्नी हंसा के अलावा तीन बच्चे सागर, पीहू और भवनी है। पांच साल का सागर तीनों भाई-बहन में सबसे बड़ा था। सुबह साढ़े दस बजे वह घर के आगे खेल रहा था। उस समय नहर में पानी का बहाव तेज था। इस बीच अचानक गायब होने पर परिजन व आसपास के लोग परेशान हो गए। सूचना पर पहुंचे पूर्व बीडीसी मेंबर अर्जन बिष्ट ने शक के आधार पर सिंचाई विभाग के जेई को फोन कर पहले नहर का पानी बंद करवाया। उसके बाद ग्रामीणों संग मिलकर नहर में खोजबीन शुरू कर दी। जिसके बाद सात किमी दूर बागजाला गांव से नीचे सागर की लाश नहर से बरामद हो गई। बेटे का शव देख परिजनों में कोहराम मच गया। मां हंसा देवी और अन्य लोग बेसुध हो गई। वहीं, घटना के बाद गोविंदग्राम के लोगों में सिंचाई विभाग के अफसरों के खिलाफ खासा रोष है। उनका कहना है कि अगर विभाग सुरक्षा दीवार बना देता तो आज सागर जिंदा होता।