अगले साल अगस्त में खिलाड़ियों के लिए तैयार हो जाएगा छमनियां मिनी स्टेडियम
शासन ने 434.14 लाख रुपये की चौथी किश्त अवमुक्त होने के बाद अवशेष कार्य तेजी से चल रहा है। धनराशि केअभाव में तीन साल तक निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ था। स्टेडियम के निर्माण के लिए अब तक 859.14 लाख रुपये की धनराशि मिल चुकी है।
जागरण संवाददाता, चम्पावत : लोहाघाट के छमनियां चौड़ में निर्माणाधीन स्टेडियम का निर्माण कार्य अगले साल अगस्त माह तक पूरा हो जाएगा। इसके लिए शासन ने 434.14 लाख रुपये की चौथी किश्त अवमुक्त होने के बाद अवशेष कार्य तेजी से चल रहा है। धनराशि केअभाव में तीन साल तक निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ था। 1092.68 लाख रुपये की लागत से बन रहे स्टेडियम के निर्माण के लिए अब तक 859.14 लाख रुपये की धनराशि मिल चुकी है।
स्टेडियम का निर्माण कार्य वर्ष 2015 में शुरू हुआ था। कार्य शुरू होने के कुछ समय बाद ही घटिया गुणवत्ता की शिकायत के बाद मामला प्रशासन के उच्चाधिकारियों और शासन तक पहुंच गया था। जिसके बाद वर्ष 2019 तक निर्माण कार्य अधर में लटक गया। विवाद बढऩे पर शासन ने डीएम को निर्माण कार्य की तकनीकि जांच कराने के निर्देश दिए। तत्कालीन डीएम एनएन पांडेय ने रुड़की केइंजीनियरों की टीम बुलाकर कार्यों की तकनीकि जांच कराई। इस जांच में निर्माण कार्यों में गुणवत्ता की भारी कमी पाई गई।
वर्ष 2020 में डीएम ने एक बार फिर लोहाघाट के तत्कालीन एसडीएम आरसी गौतम की अध्यक्षता में लोनिवि लोहाघाट के इंजीनियरों से तकनीकि जांच कराई। इधर जांच के दायरे में आने के बाद से शासन ने शेष किश्तों का भुगतान नहीं किया। फलस्वरूप निर्माण कार्य अधर में लटका रहा। निर्माण में घटिया गुणवत्ता के लगे आरोपों के बाद हुई जांच का खुलासा अभी नहीं हुआ है, लेकिन शासन से मिली 434.14 लाख रुपये की चौथी किश्त के बाद कार्यदायी संस्था यूपी निर्माण निगम ने अवशेष कार्य शुरू कर दिया है। ट्रेक निर्माण समेत अन्य कार्य पहले ही पूरे हो चुके हैं। यूपी निर्माण निगम के एई पुष्पेंद्र वर्मा ने बताया कि वर्तमान में प्रोटेक्शन का कार्य किया जा रहा है। मल्टी पर्पज हॉल का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। उन्होंने बताया कि अगले वर्ष अगस्त माह तक स्टेडियम पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा।
यूपी निर्माण निगम के एई पुष्पेंद्र वर्मा ने बताया कि स्टेडियम के शेष निर्माण कार्य के लिए शासन से 434.14 लाख रुपये की चौथी किश्त मिलने के बाद अवशेष कार्य में तेजी लाई गई है। तीन साल तक स्टेडियम निर्माण की चौथी किश्त नहीं मिल पाई, जिससे समय पर इसे पूरा नहीं किया जा सका। वर्ष 2022 अगस्त माह तक स्टेडियम का कार्य पूर्ण कर इसे खेल विभाग को हस्तांतरित कर दिया जाएगा।