छात्रसंघ चुनाव : एनएसयूआइ-एबीवीपी के लिए दावेदार ही बने चुनौती NAINITAL NEWS
एनएसयूआइ-एबीवीपी छात्रसंगठनों में दावेदारों को लेकर अभी भी पशोपेश की स्थिति बनी हुई है।
हल्द्वानी, जेएनएन : छात्रसंघ चुनाव की तिथि घोषित होने के बाद छात्र संगठनों में हलचल शुरू हो गई है। चुनाव नौ सितंबर को होने है और एमबीपीजी में एनएसयूआइ-एबीवीपी के दावेदारों का कोई अता-पता नहीं। हालांकि, दोनों संगठनों का कहना है कि वे 31 अगस्त तक अध्यक्ष पद के दावेदार घोषित कर देंगे, मगर राह इतनी भी आसान नहीं।
कुमाऊं विश्वविद्यालय की ओर से गुरुवार को घोषित कार्यक्रम के अनुसार छात्रसंघ चुनाव नौ सितंबर को होगा। ऐसे में दावेदारों के पास चुनाव प्रचार के लिए 10 दिन से भी कम समय बचा है। एनएसयूआइ-एबीवीपी छात्रसंगठनों में दावेदारों को लेकर अभी भी पशोपेश की स्थिति बनी हुई है। एनएसयूआइ के पास जो दो दावेदार बचे हैं, उनमें से एक को मैदान में उतारकर दूसरे को मनाना आसान काम नहीं, जबकि एबीवीपी के दोनों दावेदारों के फेल हो जाने के कारण स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। संगठन की उम्मीदें स्पेशल बैक परीक्षा पर टिकी हुई है। लेकिन विवि की ओर से परीक्षा को लेकर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है। एनएसयूआइ के लिए ये एक बेहतरीन मौका हो सकता है। पदाधिकारियों का कहना है कि 31 अगस्त या पहली सितंबर को प्रत्याशी घोषित कर दिया जाएगा।
छात्रनेताओं के बीच जंग
एमबीपीजी कॉलेज की छात्रा उपाध्यक्षा शोभा जोशी ने नीरज बिष्ट को उपाध्यक्ष पद पर चुनाव मैदान में उतारा है। नीरज बिष्ट के खिलाफ एक छात्रनेता ने भी अपना कैंडिडेट खड़ा कर दिया है।
रैलियों को दौर चरम पर
एमबीपीजी में छात्रसंघ चुनाव में अलग-अलग पदों पर दावेदारी पेश कर रहे दावेदारों की रैली का दौर अपने चरम पर है। दिनभर परिसर में नारे, रैलियां निकाली जाने लगी हैं। दीवारें पोस्टरों, बैनरों से पाट दी गई हैं।
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