भारत-चीन सीमा के करीब 12 मेगावाट की जल विद्युत परियोजना को केन्द्र से हरी झंडी
भारत चीन सीमा के करीब पिथौरागढ़ जिले के ताकुल गांव में 12 मेगावाट की जल विद्युत परियोजना को केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है। 118 करोड़ की लागत से बनने वाली परियोजना का कार्य 2021 में शुरू हो जाने की उम्मीद है।
पिथौरागढ़, जेएनएन : भारत चीन सीमा के करीब पिथौरागढ़ जिले के ताकुल गांव में 12 मेगावाट की जल विद्युत परियोजना को केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है। 118 करोड़ की लागत से बनने वाली परियोजना का कार्य 2021 में शुरू हो जाने की उम्मीद है।
धारचूला तहसील के अंतर्गत आने वाली व्यास वैली के तांकुल गांव में बहने वाले सिमखोला नाले में जल विद्युत परियोजना तैयार करने का प्रस्ताव उत्तराखंड जल विद्युत निगम ने तैयार किया है। सदाबहार इस नाले से 12 मेगावाट बिजली पैदा हो सकती है। निगम ने परियोजना की डीपीआर तैयार कर राज्य सरकार के माध्यम से केंद्र को भेज दी थी। दो वर्ष की लंबी प्रक्रिया के बाद अब केंद्र सरकार ने योजना का अनुमोदन कर दिया है।
योजना एनएचपीसी की धौली गंगा जल विद्युत परियोजना से कुछ ही दूरी पर बनेगी। परियोजना मेें बांध बनाकर पानी को रोका नहीं जाएगा, बल्कि पाइपों के जरिए पानी को पांगला तक लाकर बिजली तैयार होगी। तैयार बिजली से स्थानीय जरू रतों को पूरा करने के साथ ही इसे नेशनल ग्रिड को उपलब्ध कराया जाएगा। परियोजना का काम शुरू होने पर स्थानीय लोगों को अपने घर पर ही रोजगार के अवसर मिलेंगे। निगम ने वर्ष 2021 तक परियोजना का काम शुरू करने का लक्ष्य तय किया है।
सहायक अभियंता, उत्तराखंड जल विद्युत निगम यूसी जोशी ने बताया कि ताकुल परियोजना केंद्र सरकार से अनुमोदित हो गई है। केंद्र ने कुछ बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी है, जिसे तैयार किया जा रहा है। रिपोर्ट जल्द ही राज्य सरकार के माध्यम से केंद्र को भेज दी जाएगी। वर्ष 2021 से योजना का कार्य शुरू होने की उम्मीद है।