नकली सीमेंट फैक्ट्री के सैंपल जांच के लिए भेजे सेंटर बिल्डिंग रिसर्च इंस्ट्रीटयूट
नकली सीमेंट बनाने के कारखाने के भंडाफोड़ के बाद पुलिस जहां बरामद डायरी से सीमेंट के कारोबार से जुड़े अन्य लोगों के राज खोलने में जुटी हुई है। वहीं सीमेंट असली है या नकली इसकी जांच को सेंपल रुड़की की सेंटर बिल्डिंग रिसर्च इंस्ट्रीटयूट भेज दिए गए हैं।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : नकली सीमेंट बनाने के कारखाने के भंडाफोड़ के बाद पुलिस जहां बरामद डायरी से सीमेंट के कारोबार से जुड़े अन्य लोगों के राज खोलने में जुटी हुई है। वहीं सीमेंट असली है या नकली, इसकी जांच को सेंपल रुड़की की सेंटर बिल्डिंग रिसर्च इंस्ट्रीटयूट भेज दिए गए हैं। ऐसे में काले कारोबार में शामिल और लोगों की गर्दन भी फंस सकती है।
नौ जुलाई को एसओजी ने गदरपुर में नकली सीमेंट की फैक्ट्री पकड़ी थी। इस दौरान फैक्ट्री संचालित करने वाले राकेश पाल, प्रेम शंकर और मो.इस्माइल उर्फ भूरा को गिरफ्तार किया था। मौके से टीम ने नकली सीमेंट और खाली कटटे बरामद किया था। बरामद सीमेंट असली है या नकली, इसकी जांच के लिए सेंपल भी पुलिस ने एकत्र किए थे। साथ ही आरोपितों के पास से एक बैग में पुलिस को दो डायरी भी मिली थी। जिसमें एक डायरी में मेरठ, अलवर, राजस्थान, कानपुर से खरीदे गए 9.50 लाख रुपये की राख व रॉ मैटेरियल के बिल बरामद हुए।
साथ ही दूसरी डायरी दोराहा, बाजपुर, बन्नाखेड़ा, गदरपुर, स्वार, कनौरा में मनरेगा समेत अन्य निर्माण कार्य के लिए बेचे गए नकली सीमेंट की जानकारी थी। ऐसे में पुलिस जहां डायरी में मिले सीमेंट के खरीदारों और इस धंधे में शामिल लोगों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। वहीं अब पुलिस सीमेंट के सेंपल की जांच करा रही है। इसके लिए सेंपल जांच को सेंटर बिल्डिंग रिसर्च इंस्ट्रीटयूट रूड़की भेज दी गई है। जांच अधिकारी एसआई रमेश चंद्र बेलवाल ने बताया कि सीमेंट के सेंपल लेकर जांच को रूड़की स्थित बिल्डिंग रिसर्च इंस्ट्रीटयूट भेज दिया गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।