uttarakhand Scholarship scam उप्र व हरियाणा के तीन कॉलेज व समाज कल्याण अधिकारी के खिलाफ मुकदमा
दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले की एसआईटी जांच में मंगलवार को समाज कल्याण विभाग उधमसिंह नगर के एक अधिकारी का नाम सामने आया है।
बाजपुर/जसपुर(ऊधमसिंह नगर) जेएनएन : दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले की एसआईटी जांच में मंगलवार को समाज कल्याण विभाग उधमसिंह नगर नगर के एक अधिकारी का नाम सामने आया है। छात्रों व बिचौलियों के बयान लेने के बाद देर रात एसआईटी ने बाजपुर व जसपुर में मुकदमे दर्ज किए हैं। जसपुर में उप्र व हरियाणा के एक-एक कॉलेज व बाजपुर में हरियाणा के कॉलेज के खिलाफ छात्रवृत्ति की रकम डकारने का केस दर्ज हुआ है।
जांच रिपोर्ट एवं छात्रों से पूछताछ के बाद एसआईटी के उपनिरीक्षक श्यामलाल विश्वकर्मा मंगलवार को जसपुर कोतवाली पहुंचे। उन्होंने उधमसिंह नगर जिले के समाज कल्याण विभाग के एक अज्ञात अधिकारी एवं नगर पंचायत महुआडाबरा निवासी सिंटू चौहान के अलावा मोनाड यूनिवर्सिटी एनएच-24 दिल्ली-हापुड़ रोड पिलखुआ जनपद हापुड़ उत्तर प्रदेश एवं अरावली कालेज ऑफ एजुकेशन महेंद्रगढ़, हरियाणा के प्रबंधक व कर्मचारियों के विरुद्ध तहरीर सौंपी। कोतवाल उमेद सिंह दानू ने बताया कि तहरीर के आधार पर आईपीसी की धारा के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
वहीं बाजपुर कोतवाली में एसआईटी के जांच अधिकारी बच्ची सिंह बिष्ट ने देर शाम तहरीर दी। उसमें यस कॉलेज ऑफ एजुकेशन डीपीओ रोहतक हरियाणा के प्रबंधक व छात्रवृत्ति गबन में मध्यस्थता करने वाले इरशाद उर्फ गुड्डू निवासी बरखेड़ा, धर्मेंद्र सैनी व धर्मेंद्र निवासी सुल्तानपुर पट्टी पर आरोप लगाया गया है। पुलिस ने कॉलेज सहित सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। कोतवाल नंदा बल्लभ भट्ट ने बताया कि जांच अधिकारी ने छात्रों के बयान दर्ज किए हैं। इसमें पवन कुमार, हुसैन जहां, अरङ्क्षवद कुमार, कमल किशोर, विजेंद्र कुमार, ब्रह्म स्वरूप, गिरीश सहित अन्य छात्रों ने बताया कि उनके नाम से सुल्तानपुर पट्टी व बरखेड़ा के दलालों ने छात्रवृत्ति हड़प ली। छात्रवृत्ति घोटाले में बाजपुर में यह तीसरा और जसपुर में चौथा मामला दर्ज हुआ है।