इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए नंधौर रेंज में बटरफ्लाई जोन को नए सिरे से तैयार किया
इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए डीएफओ कुंदन कुमार सिंह ने नंधौर रेंज में स्थित बटरफ्लाई जोन नए सिरे से तैयार किया है। तितलियों को आकर्षित करने वाले फूल लगाने के साथ बोर्ड के जरिये पूरी जानकारी भी दी गई है।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए डीएफओ कुंदन कुमार सिंह ने नंधौर रेंज में स्थित बटरफ्लाई जोन नए सिरे से तैयार किया है। तितलियों को आकर्षित करने वाले फूल लगाने के साथ बोर्ड के जरिये पूरी जानकारी भी दी गई है। नंधौर के इस बटरफ्लाई जोन में अब तक तितलियों की अलग-अलग 32 प्रजातियों को चिन्हित किया गया है।
चार साल पहले नंधौर में बर्ड वाचिंग मेले का आयोजन किया गया था। नंधौर नदी से सटे इस आरक्षित वन क्षेत्र में तितलियों का भी बसेरा है। इसलिए इसे बटरफ्लाई जोन का नाम दिया गया था। वहीं, हाल में डीएफओ कुंदन कुमार सिंह ने इस क्षेत्र की कायाकल्प के लिए प्रस्ताव तैयार किया था। जिसे बजट मिलने के बाद पूरा कर लिया गया। यहां मौजूद प्रवेश द्वार से लेकर अन्य सभी चीजें तितलियों के साथ लोगों को भी आकर्षित करेगी। छोटे-छोटे पोखर भी बनाए गए हैं।
घूमने के साथ बैठने की भी व्यवस्था
बटरफ्लाई जोन लोगों को अपनी तरह आकर्षित करें इसके लिए यहां आने वाले पर्यटकों के घूमने और बैठने की भी पूरी व्यवस्था की गई। बड़े-बड़े बेंचों पर तितलियों की आकृति उकेरी गई है। इसके अलावा उत्तराखंड, केरल, तमिलनाडू, महाराष्ट्र, कर्नाटक आदि राज्यों की प्रमुख तितलियों का पूरा ब्यौरा फोटो समेत बोर्ड पर मिलेगा।
टूरिज्म व दुर्लभता को बढ़ावा देने की कोशिश
हल्द्वानी डिवीजन के डीएफओ कुंदन कुमार सिंह ने बताया कि रेंजर शालिनी जोशी की निगरानी में जोन का पूरा काम करवाया गया था। प्रयास है कि दुर्लभ तितलियों का एक जगह पर वासस्थल तैयार कर स्थानीय लोगों को टूरिज्म से जोड़ रोजगार भी उपलब्ध भी करवाया जाए।
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