बीआरओ का वाहन मुनस्यारी पुलिस ने सीज किया, भड़के कर्मियों ने रोका मलबा हटाने का काम
मदकोट-मुनस्यारी सड़क चौड़ीकरण का काम कर रहे सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) का एक वाहन मुनस्यारी पुलिस ने सीज कर दिया।
मदकोट(पिथौरागढ़) जेएनएन : मदकोट-मुनस्यारी सड़क चौड़ीकरण का काम कर रहे सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) का एक वाहन मुनस्यारी पुलिस ने सीज कर दिया। पुलिस की इस कार्रवाई से बुधवार को बवाल खड़ा हो गया। सीमा सड़क संगठन ने मदकोट-मुनस्यारी मोटर मार्ग पर आए मलबे को हटाने का काम रोक दिया। इससे मुनस्यारी आवागमन करने वाले सैकड़ों यात्री मदकोट में फंस गए। इसमें काफी संख्या जिला मुख्यालय आ रहे मरीज भी शामिल हैं। अलग-थलग पड़े मुनस्यारी के लोगों में इसे लेकर गहरा आक्रोश है।
मंगलवार रात्रि मुनस्यारी पुलिस ने मदकोट क्षेत्र में खनन सामग्री ले जा रहे बीआरओ के एक वाहन को सीज कर मुनस्यारी पहुंचा दिया। पुलिस का तर्क है कि वाहन चालक के पास सामग्री ले जाने के कोई वैध कागज नहीं थे, जिसके चलते वाहन को सीज करने की कार्रवाई की गई। सीमा सड़क संगठन का कहना है कि मार्ग चौड़ीकरण के दौरान निकले पत्थर आदि सामग्री को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा रहा है और इसके लिए किसी तरह की अनुमति की जरू रत नहीं है। पुलिस ने संगठन का पक्ष सुने बगैर ही वाहन को सीज कर दिया। इससे संगठन का कार्य बाधित हो रहा है।
वाहन सीज किए जाने से नाराज बीआरओ कर्मियों ने बुधवार को काम ठप कर दिया। मंगलवार रात्रि गोरी पुल पर मलबा आ जाने से मुनस्यारी-मदकोट-पिथौरागढ़ मोटर मार्ग बंद पड़ा है। मुनस्यारी को जोडऩे वाला थल मुनस्यारी मोटर पिछले चार दिन से बंद है। दोनों मोटर मार्ग बंद होने से बुधवार को मुनस्यारी अलग-थलग पड़ गया है। बुधवार की सुबह मुनस्यारी से पिथौरागढ़ आ रहे तमाम मरीजों सहित सैकड़ों यात्री मदकोट में फंसे हुए थे। इस समस्या से क्षेत्र के लोगों में गहरा आक्रोश है। दोपहर बाद मुनस्यारी से पहुंचे थाना प्रभारी और बीआरओ कर्मियों के बीच समझौता वार्ता हुई। वार्ता के बाद पुलिस ने वाहन छोड़ दिया। वाहन छोडऩे के बाद ग्रिफ कर्मी काम पर वापस लौट आए।