शिक्षामंत्री का निर्देश, बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का ग्रीन जिलों में होगा मूल्यांकन
शिक्षामंत्री अरविंद पांडेय ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सचिव शिक्षा से कहा कि उत्तराखंड बोर्ड की जो परीक्षा हो चुकी है। उनका मल्यांकन ग्रीन जोन वाले जिलों में किया जाएं।
रुद्रपुर, जेएनएन : शिक्षामंत्री अरविंद पांडेय ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सचिव शिक्षा से कहा कि उत्तराखंड बोर्ड की जो परीक्षा हो चुकी है। उनका मल्यांकन ग्रीन जोन वाले जिलों में किया जाएं। मूल्यांकन के लिए सभी आवश्यक तैयारियां अभी से कर लें। हाईस्कूल व इंटर बोर्ड के जिन विषयों की परीक्षाएं बची हैं, उनको लेकर तीन दिन में निर्णय लेते हुए लाॅकडाउन समाप्त होते ही 10 दिन में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए परीक्षाएं आयोजित करा ली जाएं।
शिक्षा मंत्री पांडेय ने बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में शिक्षा सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम व सचिव युवा कल्याण व खेल बृजेश कुमार संत से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये चर्चा की। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से देश व राज्य संघर्ष कर रहा है। ऐसे में सरकार की मंशा आम आदमी को राहत देने की है। एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लगाने में जो सफलता मिलनी चाहिए, वह अभी नहीं मिल पा रही है। इसका मजबूती से सभी विद्यालयों में अनुपालन कराया जाए। जहां इसका अनुपालन नहीं हो रहा है, वहां के मुख्य शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी व उप खंड शिक्षा अधिकारियों पर कार्यवाही अमल में लाई जाए। जिससे अभिभावक परेशान न हो सके।
उन्होंने कहा कि गेस्ट टीचरों के वेतन बढ़ाने का प्रस्ताव लाया जाए। जिससे उसे आगामी मंत्रीमंडल की बैठक में रखा जाए। गेस्ट टीचरों का वेतन समय पर भुगतान किया जाए। शिक्षा विभाग द्वारा दूरदर्शन व कम्यूनिटी रेडियो के माध्यम से बच्चों के पढाने का जो कार्य किया जा रहा है। वह एक सराहनीय कार्य है। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से यह जानकारी होनी आवश्यक है कि कितने बच्चों की इन माध्यमों से पढाई की जा रही है। शिक्षा विभाग इसकी लगातार मानिट्ररिंग करें। जिससे इसे और अधिक उपयोगी बनाया जा सकें।
शिक्षा मंत्री पांडेय ने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों का अभिभावकों से आपसी संवाद बना रहें।13 मई को सुबह 10 से 11 बजे तक फिजिकल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए वर्चुअल क्लास ऑनलाइन अटल ई जनता दरबार का आयोजन किया जाएगा। जिसमें बच्चों के साथ अभिभावक व दो समाजिक कार्यकर्ता भी शामिल होगें। जिनके साथ सीधा संवाद कर शिक्षा की गुणवत्ता और बढ़ाया जा सकें। अभिभावकों व समाजिक कार्यकर्ताओं के भी सुझाव लिए लिए जाएंगे।
शिक्षा मंत्री ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सचिव युवा कल्याण व खेल को तीन दिन में 1.25 लाख वालंटियरों की सूची व मोबाइल नंबर उपलब्ध कराने को कहा। वालंटियर कोरोना संक्रमण को हराने के लिए अपनी निश्शुल्क सेवा देगें। अब कोरोना संक्रमण की लड़ाई में आम लोगों को भी नि:स्वार्थ खड़ा होना होगा। सचिव बृजेश कुमार संत ने बताया कि अब तक 50 हजार वालंटियर की सूची तैयार कर ली गई हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान देहरादून में डीजी शिक्षा आलोक कुमार पांडे, निदेशक आरके कुवंर व सीमा जौनसारी मौजूद थे।
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