उत्तराखण्ड चुनाव 2022 : कुमाऊं के इन चार मौजूदा विधायकों के नामों पर चली भाजपा की कैंची
Uttarakhand Vidhan Sabha Chunav 2022 भाजपा ने चार मौजूदा विधायकों पर कैंची चला दी है। पार्टी के इस सियासी निर्णय को कई एंगल से देखा जा रहा है। चर्चा है कहीं समीकरण फिट करने तो कहीं पर विवाद से बचने के लिए विधायकों को प्रत्याशी नहीं बनाया।
गणेश जोशी, हल्द्वानी। उत्तराखंड में भाजपा ने अपनी पहली लिस्ट गुरुवार को जारी कर दी है। कुमाऊं में बहुतायात नाम नहीं काटे गए हैं। इसके साथ ही भाजपा ने अभी पांच सीटों पर प्रत्याशी चयन नहीं किए हैं। पर चार मौजूदा विधायकों पर कैंची चला दी है। पार्टी के इस सियासी निर्णय को कई एंगल से देखा जा रहा है। चर्चा है कहीं समीकरण फिट करने तो कहीं पर विवाद से बचने के लिए विधायकों को प्रत्याशी नहीं बनाया।
पिथौरागढ़ जिले की गंगोलीहाट सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने मीना गंगोला को प्रत्याशी बनाया था और वह जीती भी थी। इसके बाद आरोप लगते रहे कि उनका क्षेत्र में प्रदर्शन कमजोर है। इसे लेकर कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी रही। यही तमाम कारण उनके टिकट कटने का आधार बनी।
बागेश्वर का कपकोट विधानसभा क्षेत्र से दो बार के विधायक रहे बलवंत सिंह भौंर्याल भी टिकट से वंचित रह गए हैं। जबकि वह 2007 से 2012 में भाजपा सरकार के समय राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार भी रह चुके थे। बताया जा रहा है कि उन्होंने खुद ही असमर्थता जताई थी। उनके टिकट कटने व नए चेहरे को प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर क्षेत्र में कई तरह की राजनीतिक चर्चाएं भी गर्म हैं।
कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्र में सबसे अधिक सीट वाले जिला अल्मोड़ा की विधानसभा सीट से रघुनाथ सिंह चौहान विधायक हैं। वह इस समय विधानसभा उपाध्यक्ष भी हैं। जनता के बीच सक्रिय भी नजर आते थे, लेकिन पार्टी ने उन पर विश्वास नहीं जताया। खुद उन्होंने टिकट पर चर्चा न करने को लेकर टीस भी जताई है।
माना जा रहा है कि पार्टी का यह निर्णय दूसरे दावेदार की मजबूती और जातिगत समीकरण साधने के लिए भी हो सकता है। इसी जिले की द्वाराहाट से महेश नेगी विधायक हैं। वह पिछले कुछ समय से कथित दुष्कर्म प्रकरण में घिरे हुए हैं। इससे भाजपा भी असहज है। इस मुद्दे पर विपक्ष लगातार आक्रामक है। चुनाव के अंतिम समय में यह विवाद का विषय न बने। इसलिए पार्टी ने सिटिंग विधायक का ही टिकट काट दिया। वहीं काशीपुर में विधायक हरभजन सिंह चीमा का टिकट तो काटा गया है, लेकिन उनके बेटे को प्रत्याशी बनाया गया है। विधायक ने खुद इसके लिए पैरवी की थी।
इन सीटों पर ये हैं चेहरे
1. गंगोलीहाट- फकीर राम टम्टा 2. द्वाराहाट- अनिल शाही 3. कपकोट- सुरेश गढिय़ा 4. अल्मोड़ा- कैलाश शर्मा 5. काशीपुर- त्रिलोक सिंह चीमा।
यह भी पढ़ें : उत्तराखण्ड चुनाव 2022 : हल्द्वानी की हाट सीट समेत कुमाऊं की पांच सीटों पर भाजपा ने नहीं घोषित किए प्रत्याशी, इसलिए फंसा पेच