Move to Jagran APP

काशीपुर में 13 से होगा ऐतिहासिक चैती मेले का शुभांरभ, बंशीधर भगत करेंगे उद्घाटन

चैती मेले का आगाज मंगलवार को होगा। शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत मेले का शुभारंभ करेंगे। मेले की तैयारियों से लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां को अंतिम रूप दिया जा रहा है। टेंडर प्रकिया पूरी होने के बाद मंदिर परिसर में रंगाई-पुताई का काम पूरा कर लिया गया है

By Prashant MishraEdited By: Published: Mon, 12 Apr 2021 06:56 PM (IST)Updated: Mon, 12 Apr 2021 06:56 PM (IST)
काशीपुर में 13 से होगा ऐतिहासिक चैती मेले का शुभांरभ, बंशीधर भगत करेंगे उद्घाटन
काशीपुर में आयोजित होने वाले मेले में 600 से ज्‍यादा दुकानें लगाई जानी हैं।

जागरण संवाददाता, काशीपुर : कोविड की दहशत के बीच ऐतिहासिक चैती मेले का आगाज मंगलवार को होगा। शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत मेले का शुभारंभ करेंगे। मेले की तैयारियों से लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां को अंतिम रूप दिया जा रहा है। टेंडर प्रकिया पूरी होने के बाद मंदिर परिसर में रंगाई-पुताई का काम  पूरा कर लिया गया है, वहीं दुकानों का आंवटन भी शुरू कर दिया गया। 

loksabha election banner

कोविड के दौरान हो रह आयोजन की तैयारियों को परखने ज्‍वाइंट मजिस्ट्रेट गौरव ङ्क्षसि‍ंंघल अधिकारियों के साथ मेला स्थल का दौरा करने पहुंचे। उन्होंने बताया कि चैती मेला लाखों लोगों की आस्था से जुड़ा मेला है। इसके आयोजन में कोविड नियमों का पालन करने के विशेष इंतजामों की  कवायद की जा रही है। इसी कड़ी में चैती मेले में सभी दुकानदारों की कोविड सेंपङ्क्षलग भी कराई जाएगी। 

काशीपुर में आयोजित होने वाले मेले में 600 से ज्‍यादा दुकानें लगाई जानी हैं। मेले में बड़ी संख्या में बाहरी प्रदेशों के दुकानदार आते हैं। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, जम्मू कश्मीर व  हरियाणा जैसे राज्यों से दुकानदार आ रहे हैं।

मंगलवार को ज्‍‍‍‍वाइंट मजिस्ट्रेट ने मेला स्थल पहुंचकर पंडा समाज के साथ तैयारियों को लेकर चर्चा की। उन्होंने बताया मेले में स्वास्थ्य विभाग की टीम को रेंडम सैंपङ्क्षलग करने के निर्देश दिए गए हैं। मेले में सबसे ज्यादा भीड़ झूलों में  होती है, इसलिए एक चक्कर के बाद सेनिटाइजेशन के बाद ही दूसरा चक्कर लगाने का निर्देश दिया गया है। मेला स्थल को दो बार सैनिटाइज कराया जाएगा।

नखाशा बाजार होगा गुलजार

चैती मेला उत्तर भारत के प्रसिद्ध और ऐतिहासिक मेलों में से एक है। मेले में 162 साल पुराना नखाशा बाजार फिर गुलजार होगा। नखाशा बाजार में उत्तराखंड व यूपी समेत देश के कई हिस्सों से पंजाबी, राजस्थानी और कठियाबाड़ी, अवलक, पवकलिया, कुमैत, नीला सफजा, नीला मुश्की समेत अन्य नस्लों के कीमती घोड़े बिकने के लिए पहुंचते हैं।

ध्वजारोहण के साथ होगा पूजन 

मुख्य पंडा विकास अग्निहोत्री ने कहा कि मंगलवार को नवरात्रि की शुरूआत में मां बाल सुंदरी मंदिर में कलश पूजन और ध्यवजारोहण के साथ मंदिर में पूजन होगा। 19 अप्रैल की रात पंडा मनोज अग्निहोत्री मां का डोला लेकर मां बाल सुंदरी मंदिर पहुंचेंगे। 25 अप्रैल को डोला वापस शहर स्थित मंदिर में पहुंचेगा। उन्होंने कहा मां के मंदिर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित करना होगा और बिना मास्क मंदिर में प्रवेश नहीं होगा। 

सुरक्षा व्यवस्था के लिए बेरीकैड‍िंग 

पूरे मेले पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। सुरक्षा के लिहाज से पूरे क्षेत्र पर नजर रखने के लिए विशेष मॉनीटङ्क्षरग रूम भी तैयार किया जाएगा। मेले में सुरक्षा के साथ-साथ कोविड नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए ज्‍वाइंट मजिस्ट्रेट ने दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। दुकानों पर फिजिकल डिस्टेंसिंग का विशेष पालन करने की हिदायत भी दी गई है।  

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.