Move to Jagran APP

जेल में मुलाकात पर फिर लगी रोक, फ़ोन से कैदी करेंगे अपनों से बात

कोविड के बढ़ते मामलों को लेकर जेल प्रशासन फिर अलर्ट हो गया है। कुछ महीने पहले शुरू की गई कैदियों की मुलाकात को बंद करा दिया गया है। अब कैदी फ़ोन के जरिये अपनों से बात कर सकते हैं। कैदियों की बात को एहतियात के लिए रिकॉर्ड भी किया जायेगा।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Thu, 22 Apr 2021 09:40 AM (IST)Updated: Thu, 22 Apr 2021 09:40 AM (IST)
जेल में मुलाकात पर फिर लगी रोक, फ़ोन से कैदी करेंगे अपनों से बात
जेल में मुलाकात पर फिर लगी रोक, फ़ोन से कैदी करेंगे अपनों से बात

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : कोविड के बढ़ते मामलों को लेकर जेल प्रशासन फिर अलर्ट हो गया है। कुछ महीने पहले शुरू की गई कैदियों की मुलाकात को बंद करा दिया गया है। अब कैदी फ़ोन के जरिये अपनों से बात कर सकते हैं। कैदियों की बात को एहतियात के लिए रिकॉर्ड भी किया जायेगा। कारागार मुख्यालय की ओर से इसके आदेश जारी कर दिए गए हैं। 

loksabha election banner

हल्द्वानी जेल में इस समय 1500 से अधिक कैदी रह रहे हैं। इनसे मिलने के लिए रोजाना 400 से अधिक लोग आते थे। कोरोना काल शुरू होने पर पिछले साल मार्च महीने में कैदियों की मुलाकात पर रोक लगा दी गई थी। लंबे समय तक कैदी और परिजन एक-दूसरे की कुशलक्षेम तक नहीं जान पाए। जेल प्रशासन ने कुछ महीने बाद कैदियों की फ़ोन पर बात की सुविधा शुरू की। कोरोना का संक्रमण घटने पर कुछ महीने पहले कैदियों की मुलाकात फिर शुरू कराई गई। हालांकि परिजनों को जेल के भीतर प्रवेश नहीं दिया जा रहा था। शारारिक दूरी का पालन करते हुए कैदियों की गेट और खिड़कियों से बात कराई जा रही थी।

वहीं मुलाकात शुरू होने पर कैदियों से मिलने आने वाले लोंगो की संख्या लगातार बढ़ती गई। इससे जेल के बाहर लोग शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर भीड़ लगाकर जुट रहे थे। वहीं पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कुछ जेलों में कैदियों में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिनका उपचार चल रहा है। ऐसे में जेल प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। कारागार मुख्यालय के आईजी ने कैदियों की मुलाकात प्रतिबंधित कर दी है।

राज्य की सभी जेलों के लिए ये आदेश प्रभावी कर दिया गया है। अब पुरानी व्यवस्था के तहत कैदियों की फ़ोन पर अपनो से बात कराई जाएगी। इसके लिए परिजनों को अपना नंबर और कुछ अन्य दस्तावेज जेल प्रशासन को देना होगा। सप्ताह में पांच दिन बात कराने की सुविधा शुरू की गई है। कैदी जेल प्रशासन की निगरानी में बात करेंगे। वहीं कैदी और परिजनों के बीच होने वाली बातचीत को रिकॉर्ड भी किया जाएगा। जिससे फ़ोन का दुरुपयोग न हो।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.