बागेश्वर को मार्च में मिलेगी पोर्टेबल वेटनरी एल्ट्रासाउंड मशीन, पशुपालकों की दूर होगी परेशाीन
जिले में उच्च गुणवत्ता युक्त पशु चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए नवीन पहल शुरू की है। उन्होंने पशु अस्पताल में पोटेवल वैटनरी एल्ट्रासाउंड मशीन के पंजीकरण की अनुमति दे दी है। जल्द ही 3.80 लाख रुपये की मशीन जिले को मिल सकेगी।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिले के पशुपालकों के लिए अच्छी खबर है। मार्च तक पशुपालन विभाग को पोटेवल वैटनरी मशीन मिलने जा रही है। जिससे पशुओं के गर्भधारण की सटीक जानकारी मिल सकेगी। अलबत्ता डीएम ने मशीन खरीदने के लिए पंजीकरण को स्वीकृति प्रदान कर दी है।
जिलाधिकारी विनीत कुमार ने बताया कि जिले में उच्च गुणवत्ता युक्त पशु चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए नवीन पहल शुरू की है। उन्होंने पशु अस्पताल में पोटेवल वैटनरी एल्ट्रासाउंड मशीन के पंजीकरण की अनुमति दे दी है। जल्द ही 3.80 लाख रुपये की मशीन जिले को मिल सकेगी। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. उदय शंकर ने बताया कि गाय, भैंस आदि के गर्भधारण के 50 दिन पूर्व यह मशीन से जानकारी मिल सकेगी। वर्तमान में मशीन के अभाव में पशुओं के गर्भधारण के 90 दिनरों के बाद सफल और असफल की जानकारी मिल पाती है। जबकि पोटेवल वैटनरी एल्ट्रासाउंड मशीन के माध्यम से गर्भधारण की सटीक सूचना अब 50 दिन से पहले मिलेगी। इससे पशुपालकों को भी सीधा लाभ मिल सकेगा।
इसके अलावा पोटेवल वैटनरी एल्ट्रासाउंड मशीन का उपयोग कुत्ता, बिल्ली और अन्य जानवरों में होने वाले ट्यूमर, यूट्रस आदि की बीमारियों का पता लग सकेगा। जिलाधिकारी ने बताया कि पूर्व में पंतनगर या बरेली जाना पड़ता था। लेकिन अब जिले में मशीन उपलब्ध होगी और किसानों का समय और धन भी बच सकेगा। उन्होंने बताया कि मार्च तक यह मशीन यहां पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि कृषक और पशुपालकों की आवश्यकता के अनुरूप उनकी आजीविका का संवर्धन होगा। स्वस्थ पशु संपदा का निर्माण भी हो सकेगा। जिला स्तर पर न केवल उच्च गुणवत्ता युक्त पशु चिकित्सा सुविधा मिलेगी वहीं किसानों की आय भी बढ़ने की पूरी उम्मीद है।
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