बैलपड़ाव में कैमरे में कैद हुआ हमलावर गुलदार
बैलपड़ाव गाव में किशोरी को निवाला बनाने वाले गुलदार की तस्वीर वन विभाग के कैमरे में कैद हुई है।
संवाद सहयोगी, रामनगर: बैलपड़ाव गाव में किशोरी को निवाला बनाने वाले गुलदार की तस्वीर वन विभाग के कैमरे में कैद हुई है। हालाकि घटना को 17 दिन बीतने के बाद भी गुलदार पिजड़े में कैद नहीं हो सका। गुलदार के नहीं पकड़े जाने से लोगों में दहशत बनी हुई है। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों से गुलदार को तुरंत पकड़कर ग्रामीणों को उसके आतंक से निजात दिलाने की गुहार लगाई है।
तराई पश्चिमी वन प्रभाग के अंतर्गत बीती छह जून की शाम को बैलपड़ाव रेज के चूनाखान क्षेत्र में एक किशोरी पर हमला कर गुलदार ने उसे मार डाला था। घटनास्थल से रामनगर वन प्रभाग की देचौरी रेज के जंगल की सीमा लगी हुई है। वनाधिकारियों के मुताबिक गुलदार के मूवमेंट पर नजर रखने व उसे पकड़ने के लिए तीन पिंजरे व छह कैमरे देचौरी के जंगल की सीमा में लगवा दिए थे। तराई पश्चिमी वन प्रभाग के दस वनकर्मी भी सुबह व शाम को ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए गश्त कर रहे है।
इधर जंगल में लगाए गए कैमरे में गुलदार की तस्वीर कैद हुई है। हालाकि गुलदार लगाए गए पिंजरों तक नहीं गया। तराई पश्चिमी वन प्रभाग के डीएफओ हिमाशु बागरी ने बताया कि गुलदार एक बार कैमरे में दिखा था। उसके बाद से उसका मूवमेंट दोबारा नहीं दिखा। कर्मचारी लगातार गश्त कर रहे है। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि गुलदार को शीघ्र पकड़ लिया जाएगा। इधर गुलदार के क्षेत्र में लगातार विचरण करने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। उनका मानना है कि गुलदार घात लगाकर फिर से किसी पर हमला कर सकता है।