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कुंभ में इस्तेमाल की गई एंटीजन किट रामपुर व यूएस नगर से बरामद, भारी घाेटाले की आशंका

यूएस नगर के किच्छा के पुलभट्टा बार्डर पर एसडीएम ने जांच में मंगलवार को हरिद्वार में इस्तेमाल में कई गई 103 एंटीजन किट मिली थी। इसी तरह सोमवार व रविवार को भी इस्तेमाल की गई किट मिली है।

By Prashant MishraEdited By: Published: Thu, 03 Jun 2021 05:56 PM (IST)Updated: Thu, 03 Jun 2021 05:56 PM (IST)
कुंभ में इस्तेमाल की गई एंटीजन किट रामपुर व यूएस नगर से बरामद, भारी घाेटाले की आशंका
फर्म में काम करने वाले कर्मचारियों के आवास पर इस्तेमाल की गई गई किट बरामद हुई है।

अरविंद सिंह, रुद्रपुर। हरिद्वार कुंभ में इस्तेमाल की गई भारी मात्रा में एंटीजन किट रामपुर जिले व यूएस नगर से बरामद हुई हैं। कुंभ में देश-विदेश के करोड़ों श्रद्धालुओं ने मां गंगा में आस्था की डूबकी लगाई थी। ऐसे में कोरोना संक्रमण से जंग में इस्तेमाल की गई एंटीजन किट में करोड़ों रुपये के घोटाले की आशंका है। इस्तेमाल कीट को डिस्पोज न किए जाने से उत्तराखंड के साथ देश के अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की ङ्क्षजदगी के साथ खिलवाड़ किया गया है।

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हरिद्वार कुंभ एक माह से अधिक समय लगा था। देश-विदेश के श्रद्धालुओं ने डूबकी लगाई। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार ने कोरोना जांच का ठेका कई फर्मों को दी थीं। इनमें एक ठेका स्टार इमेङ्क्षजग प्राइवेट लिमिटेड को दी गई थी। यूएस नगर में स्टार फर्म को प्रति जांच किट 354 रुपये सरकार की ओर से मिलेंगे। यह रुपये सीधे फर्म के खाते में आते हैं। यूएस नगर के किच्छा के पुलभट्टा बार्डर पर एसडीएम ने जांच में मंगलवार को हरिद्वार में इस्तेमाल में कई गई 103 एंटीजन किट मिली थी। इसी तरह सोमवार व रविवार को भी इस्तेमाल की गई किट मिली है। जबकि कम जांचें हुई थीं। फर्म में काम करने वाले कर्मचारियों के आवास पर इस्तेमाल की गई गई किट बरामद हुई है।

सवाल उठाए जा रहे हैं कि कुंभ में इस्तेमाल के बाद किट को डिस्पोज क्यों नहीं किया गया, जबकि जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन अधिनियम के तहत तुरंत डिस्पोज कर दिया जाना चाहिए। डिस्पोज के लिए हरिद्वार में बायोमेडिकल वेस्टेज करने का ठेका किसी को तो दिया गया होगा। ठेकेदार ने इस्तेमाल की गई किटें वेस्ट के लिए क्यों नहीं लाया, यदि लाया तो फिर इस्तेमाल की गई किटें यूएस नगर कैसे पहुंचीं। हरिद्वार में कंपनी कई लाख लोगों की जांच की होगी।

ऐसे में वहां भी इस्तेमाल की गई किट को रजिस्टर में दर्शाया गया होगा। इससे बड़ा सवाल यह है कि बिना जांच के ही निगेटिव रिपोर्ट देकर या बताकर राज्य में भेजना आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत गलत है। कोरोना संक्रमित हजारों लोगों को बिना जांच के ही कुमाऊं व गढ़वाल भेज दिया गया होगा। यदि पुलभट्टा में यह मामला पकड़ में नहीं आया होता तो गलत खेल का पता नहीं चल पाता।

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पुलभट्टा पर जो इस्तेमाल की गई किटें बरामद हुई हैं, वह हरिद्वार कुंभ मेले की हैं। मामले की जांच की जा रही है।

-डा. अविनाश खन्ना, डिप्टी सीएमओ, यूएस नगर

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जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन अधिनियम के तहत एंटीजन किट को तुरंत डिस्पोज कर देना चाहिए। ऐसा न करना गलत है। हरिद्वार से यूएस नगर इस्तेमाल की गई किटें कैसे पहुंची, यह भी एक सवाल है।

-नरेश गोस्वामी, क्षेत्रीय प्रबंधक, पीसीबी, यूएस नगर

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