पेयजल संकट गुस्साए कांग्रेसियों ने फूंका प्रदेश सरकार का पुतला, कहा- करोड़ों खर्चने के बाद भी नहीं मिला पानी
कांग्रेसियों ने प्रदर्शन कर कहा कि 75 करोड़ की लागत से पेयजल योजना बनाए जाने के बाद भी लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। भाजपा सरकार ने आधी अधूरी योजना का शुभारंभ कर दिया। घाट पेयजल योजना अधर में लटकी हुई है।
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : जिला मुख्यालय और आसपास के गांवों के पेयजल की बढ़ती दिक्कत से गुस्साए कांग्रेसियों ने शनिवार को प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। पेयजल आपूर्ति सामान्य नहीं किए जाने पर पार्टी ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
सिल्थाम तिराहे पर एकत्र हुए कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष त्रिलोक महर की अगुवाई में प्रदर्शन करते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा कि 75 करोड़ की लागत से पेयजल योजना बनाए जाने के बाद भी लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। भाजपा सरकार ने आधी अधूरी योजना का शुभारंभ कर दिया। घाट पेयजल योजना अधर में लटकी हुई है। एक वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी घाट पेयजल योजना का सुधारीकरण कार्य पूरा नहीं हो सका है। कहा कि अभी गर्मी शुरू भी नहीं हुई है और पेयजल का संकट गहराने लगा है।
जिला मुख्यालय के साथ ही साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी पेयजल की भीषण किल्लत से लोग परेशान हैं। गांवों में प्राकृतिक स्रोत सूख जाने से लोग गाड़ गधेरों का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। वक्ताओं ने कहा कि पेयजल समस्या का शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो पार्टी उग्र आंदोलन को बाध्य होगी। पुतला फूंकने वालों में हिमांशु ओझा, शाहनवाज खान, शिवम पंत, शंकर लाल, मोनू प्रधान, दिनेश बिष्ट, रजत विश्वकर्मा, नवीन ऐरी, बाब कन्याल, त्रिभुवन चुफाल, जावेद खान, रोहन सौन, कार्तिक खर्कवाल आदि शामिल थे।
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