बंगलुरु से बेटी ने लगाई गुहार तो 40 किमी दूर गरीब के घर राशन लेकर पहुंची खाकी
कोरोना की दूसरी लहर में भी खाकी का मानवीय चेहरा हरेक को मानवसेवा की प्रेरणा दे रहा है। बंगलुरु से युवती की फरियाद पर पुलिस कर्मियों ने कंधे पर राशन लादकर दो किमी पैदल सफर तय कर गरीब परिवार के घर तक पहुंचाया।
अल्मोड़ा, जागरण संवाददाता : कोरोना की दूसरी लहर में भी खाकी का मानवीय चेहरा हरेक को मानवसेवा की प्रेरणा दे रहा है। बंगलुरु से युवती की फरियाद पर पुलिस कर्मियों ने कंधे पर राशन लादकर दो किमी पैदल सफर तय कर गरीब परिवार के घर तक पहुंचाया। इस परिवार के पास खाने के लिए कुछ नहीं था।
कप्तान पंकज भट्ट के निर्देशन में 'मिशन हौसला' कोरोनाकाल में जरूरतमंदों का सहारा बन रहा है। अल्मोड़ा पुलिस की फेसबुक पर बंगलुरु में रोजगार को भटक रही युवती ने अपनी चिंता छोड़ माता पिता को मदद की गुहार लगाई। उसने लिखा कि लॉकडाउन में उसका रोजगार भी बंद है। घर पर माता पिता के खाने को अन्न का दाना भी नहीं है। दो नाबालिग बहनें व भाई का भरणपोषण मुश्किल हो गया है।
कप्तान पंकज के निर्देश पर मीडिया सेलप्रभारी हेमा ऐठाणी ने तत्काल परिजनों से संपर्क साधा। लड़की के पिता ने बताया कि घर पर खाने के लिए कुछ नहीं है। इस पर कांस्टेबल महेंद्र गनघरिया व हेमंत ने रसद व कपड़े आदि लेकर जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर तल्ला गैराड़ पहुंचे। यहां से दो किमी पैदल जरूरतमंद के घर पहुंचे। एसएसपी के निर्देश पर पुलिस कर्मियों ने उन्हें मोबाइल नंबर दिए ताकि जरूरत पडऩे पर खाद्य सामग्री व दवा आदि पहुंचाई जा सके। मित्र पुलिस की मानवसेवा को तल्ला गैराड़ के ग्रामीणों ने सराहनीय बताया।
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