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कोसी ने दिए अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे को गहरे जख्म, जगह-जगह लाइफ लाइन ध्वस्त

बीते दिनों की मूसलाधार बारिश ने खूब तबाही मचाई कई घर जमींदोज हो गए तो कई लोग मौत के मुंह में जा समय वही अनमोल कुमाऊं की लाइफ लाइन अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे भी जगह-जगह ध्वस्त हो गया गहरी हो चुकी दरारें कोसी के उपनिवेश की गवाही दे रही हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Fri, 22 Oct 2021 11:07 AM (IST)Updated: Fri, 22 Oct 2021 11:07 AM (IST)
कोसी ने दिए अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे को गहरे जख्म, जगह-जगह लाइफ लाइन ध्वस्त
कोसी ने दिए अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे को गहरे जख्म, जगह-जगह लाइफ लाइन ध्वस्त

संवाद सहयोगी, गरमपानी : बीते दिनों की मूसलाधार बारिश ने खूब तबाही मचाई कई घर जमींदोज हो गए तो कई लोग मौत के मुंह में जा समय वही अनमोल कुमाऊं की लाइफ लाइन अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे भी जगह-जगह ध्वस्त हो गया गहरी हो चुकी दरारें कोसी के उपनिवेश की गवाही दे रही हैं हाईवे को दोबारा अस्तित्व में आने में काफी समय लगने की संभावना है।

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कुमाऊं की लाइफ लाइन कही जाने वाली अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर मोरिया बैंड लोहाली जोरासी मदरसा सुयालबारी काकडी घाट आदि तमाम क्षेत्रों में जगह-जगह हाईवे पर दरारें गहरी हो चुके हैं लोहाली क्षेत्र में कई सौ मीटर हिस्सा बह चुका है वही मोरिया बैंड भी भुजाओं की जद में है वही लगातार पहाड़ी से गिरता मलवा बड़े खतरे की ओर इशारा कर रहा है आसपास के गांवों के लोग रोजमर्रा की चीजों के लिए पैदल ही गर्म पानी मुख्य बाजार पहुंच रहे हैं जान जोखिम में डाल मलबे को पार कर परिवार के लिए रोजमर्रा की जरूरत की चीजें घर तक पहुंचाना मजबूरी बन चुका है सोहेल बड़ी निवासी मदन सुयाल के अनुसार जिंदगी में इतनी बड़ी तबाही कभी नहीं। ग्रामीणों ने भी तत्काल मोटर मार्ग को खोले जाने की मांग की है ताकि गांवों में रसद आदि की आपूर्ति हो सके।

गांवों में बिगड़े हालात

गांव में भी बारिश नहीं खूब तबाही मचाई है। लोगों के घर हवा में लटक रहे हैं। खेतीबाड़ी चौपट हो चुकी है। कई मवेसी मलबे में दबे पड़े हैं। जजूला, जोग्याडी़, धारी, उल्गौर, थुआ ब्लाक आदि तमाम क्षेत्रो में अभी भी कई मवेशियों के दबे होने की सूचना है। नदी नाले अभी भी उफान पर है। ग्रामीणों के अनुसार गांव की स्थिति भी बेहद खराब है। बिजली, पानी व्यवस्था कई दिनों से चौपट है।

नौनिहालों की पढ़ाई भी प्रभावित

क्षेत्र के विद्यालयों को जाने वाले रास्ते भी टूट चुके हैं। सरस्वती शिशु मंदिर खैरना को जाने वाला संपर्क मार्ग ध्वस्त हो चुका है जिससे 280 विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो गई है वहीं गरमपानी क्षेत्र में स्थित एक कॉन्वेंट विद्यालय के परिसर को काफी क्षति पहुंची है ऐसे में अब विद्यालय प्रबंधन ने दोबारा ऑनलाइन पढ़ाई का निर्णय लिया है।


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