तीखे सवालों का भाजपा प्रत्याशी टम्टा ने दिया सियासी जवाब, पढ़ें क्या थे सवाल और जवाब
अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी एवं केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री अजय टम्टा अपने को प्रत्याशी बनाए जाने का कारण स्वयं को पार्टी का वफादार सिपाही मानते हैं।
पिथौरागढ़, ओपी अवस्थी : अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी एवं केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री अजय टम्टा अपने को प्रत्याशी बनाए जाने का कारण स्वयं को पार्टी का वफादार सिपाही मानते हैं। वहीं अपने चेहरे के अलावा उनको पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे का भरोसा है। अजय सांसद निधि के खर्च में अपने को सफल बताते हैं। साथ ही कहते हैं कि केंद्रीय मंत्रीमंडल में प्रदेश से एकमात्र मंत्री होने का फायदा प्रदेश की पांचों सीटों पर भाजपा को मिलेगा। ऑलवेदर रोड, भारतमाला सड़क योजना को अपनी विशेष उपलब्धि मानते हैं। जागरण ने उन्हें सवालों के कठघरे में खड़ा किया तो रोजगार के मुद्दे पर उनका जबाव गोलमोल रहा।
प्र. : सांसद निधि के खर्च के आलोक में बताए कि जनता की अपेक्षाओं पर कितना खरा उतरे
उ. : मैंने पूरी सांसद निधि 25 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की है। सांसद निधि के अवमुक्त होने की शासन की प्रक्रिया के तहत भले ही अभी अंतिम किश्त की धनराशि नहीं निधि मिली हो । मैंने अपने स्तर से पूरी निधि चारों जिलों में समानुपातिक रूप से दी है।
प्र. : पार्टी के भीतर सीट पर टिकट के कई दावेदार रहे, आपकी नजरों में आपकी मजबूती का आधार क्या रहा।
उ. : मैं हमेशा पार्टी का सदस्य रहा हूं। पार्टी ने संगठन में जो भी जिम्मेदारी दी मैंने मनोयोग से निभाई है। पार्टी में रहते हुए जिपं उपाध्यक्ष, अध्यक्ष चुना गया। विधायक चुना गया प्रदेश सरकार में मंत्री रहा। सांसद बना केंद्र में राज्यमंत्री बना। पार्टी के प्रति वफादारी मेरी मजबूती का सबसे बड़ा आधार है।
प्र. : मतदाता आपको क्यों चुने, आप पर क्षेत्र में कम सक्रियता के प्रतिपक्षी आरोप लगाते हैं।
उ. : विपक्षियों का काम आरोप लगाना है। मैं क्षेत्र में हमेशा सक्रिय रहा हूं। जब सांसद था तब भी और जब मंत्री बना इसके बाद भी। क्षेत्र की समस्याओं को सदन में उठाता रहा हूं।
प्र. : चुनाव जीतने के लिए आपको किसी अन्य या खुद के चेहरे पर कितना भरोसा है
उ. : पूरा देश पीएम नरेंद्र मोदी के पक्ष में है। नमो का नाम ही मेरी जीत का आधार है। खुद पर भी भरोसा है।
प्र. : संसद में क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के दो ठोस नीतिगत प्रयास
उ. : मैं ढाई साल सांसद रहा। इस दौरान मैंने 59 सवाल उठाए। प्रदेश की पेयजल समस्या , पुनर्वास आदि के लिए प्रयास किए।
प्र. : पर्वतीय जिलों खासतौर पर अल्मोड़ा जिले के सर्वाधिक पलायन की समस्या के समाधान को आपके प्रमुख प्रयास।
उ. : मेरे क्षेत्र में पलायन समस्या है, खासकर अल्मोड़ा जिले का पलायन चिंताजनक है। पलायन रोकने के लिए प्रयास जारी है। पर्यटन का विकास और ढांचागत विकास की नीति पर कार्य कराने का प्रयास किया । आधारभूत सुविधाओं के विकास का प्रयास किया।
प्र. : पर्वतीय क्षेत्रों में सामाजिक - आर्थिक विषमता दूर करने को ठोस रोडमैप सामने नहीं रख पाए
उ. : सामाजिक व आर्थिक विषमता दूर करने के लिए रोडमैप नहीं रखने का आरोप निर्मूल है। ऑलवेदर रोड, भारतमाला सड़क यहां के सामाजिक , आर्थिक विषमता को दूर करने का प्रयास है।
प्र. : पहाड़ों में जंगली जानवरों से खेती को नुकसान , रोजगार के साधनों की कमी, चिकित्सा सुविधा के लिए आपके प्रयास ।
उ. : पहाड़ की खेती को बचाने के लिए बंदरबाड़े बनाए जा रहे हैं। अल्मोड़ा में बंदरबाड़ा बन चुका है। बंदरबाड़ों में बंद बंदरों की नसबंदी की जाएगी। जंगली सुअरों को मारने की अनुमति है। पीएम कौशल योजना के तहत रोजगार के अवसर बढ़ चुके हैें। पहाड़ों में चिकित्सकों की संख्या बढ़ चुकी है। अस्पताल अधिक होने से अभी पर्याप्त चिकित्सक नहीं हैं । सभी अस्पतालों में चिकित्सक तैनात करने की प्रक्रिया जारी है।
प्र. : केंद्र में आप मंत्री बने, भाजपा को उत्त्तराखंड में पांच सीटों पर उसका फायदा मिलेगा।
प्र. : प्रदेश से केंद्रीय मंत्रिमंडल में मुझे स्थान मिलने से भाजपा प्रदेश की पांचों सीटें जीत रही है। मैं जिस समाज से आता हूं , प्रदेश में उस समाज की 22-23 फीसद से अधिक जनसंख्या है।
प्र. : पंचेश्वर बांध से विस्थापित होने वाले परिवारों के पुनर्वास को आपने क्या सुझाव दिए।
उ. : मैं पुनर्वास विस्थापन समिति का सदस्य हूं। मेरा प्रयास प्रभावितों की राय पर विस्थापन और पुनर्वास का है। मेरे द्वारा यही सुझाव दिया गया है।
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