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भारत व इंग्लैंड के बीच होगा 'अजय वाॅरियर' संयुक्त सैन्याभ्यास, 18 से 20 अक्टूबर तक दोनों सेनाएं साझा करेंगी युद्ध तकनीक

सैन्य सूत्रों के अनुसार यह अभ्यास अंतर-संचालन विकसित करने और विशेषज्ञता साझा करने की एक पहल का हिस्सा है। मित्र विदेशी राष्ट्र इस अभ्यास के दौरान भारतीय सेना की एक इंफेंट्री कंपनी तथा यूके सेना की एक समान ताकत और विभिन्न सैन्य अभियानों के अनुभव साझा करेंगी।

By Prashant MishraEdited By: Published: Sun, 10 Oct 2021 09:11 PM (IST)Updated: Sun, 10 Oct 2021 09:11 PM (IST)
भारत व इंग्लैंड के बीच होगा 'अजय वाॅरियर' संयुक्त सैन्याभ्यास, 18 से 20 अक्टूबर तक दोनों सेनाएं साझा करेंगी युद्ध तकनीक
18 से 20 अक्टूबर तक चलने वाले संयुक्त सैन्य अभ्यास की तैयारी पूरी कर ली गई है।

संवाद सहयोगी, रानीखेत अल्मोड़ा : सामरिक रिश्तों की मजबूती व आतंकवाद की वैश्विक चुनौती से निपटने को दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत व इंग्लैंड के बीच संयुक्त कंपनी स्तरीय सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास चौबटिया की दुर्गम पहाड़ियों पर होगा। 'अजय वाॅरियर' संयुक्त सैन्य अभ्यास को कई मायनों में अहम माना जा रहा है। इसमें दोनों देशों की सेना एक दूसरे के अत्याधुनिक हथियारों के संचालन, युक्ति व तकनीक का आदान प्रदान करेंगे। वहीं अब तक किए गए आपरेशन के अनुभव भी साझा करेंगे। 18 से 20 अक्टूबर तक चलने वाले संयुक्त सैन्य अभ्यास की तैयारी पूरी कर ली गई है। 

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चौबटिया में भारतीय सेना व युनाइटेड किंगडम की सेनाओं के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास का यह छठा संस्करण होगा। सैन्य सूत्रों के अनुसार यह अभ्यास अंतर-संचालन विकसित करने और विशेषज्ञता साझा करने की एक पहल का हिस्सा है। मित्र विदेशी राष्ट्र इस अभ्यास के दौरान भारतीय सेना की एक इंफेंट्री कंपनी तथा यूके सेना की एक समान ताकत और अपने-अपने देशों व विदेशों में विभिन्न सैन्य अभियानों के संचालन की गतिविधियों से जुड़े अनुभव साझा करेंगी। 

प्रशिक्षण के हिस्से के रूप में दोनों सेनाएं संयुक्त सैन्य अभियानों को अंजाम देने के लिए एक-दूसरे के हथियारों, उपकरणों, रणनीति, तकनीकों व प्रक्रियाओं से परिचित होंगी। इसके अलावा, आपसी हित के विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञ अकादमिक चर्चाओं की एक श्रृंखला होगी। मसलन संयुक्त शस्त्र अवधारणा, संयुक्त बल में अनुभवों को साझा करना, ऑपरेशन लॉजिस्टिक्स वगैरह बिंदु शामिल रहेंगे। संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण का समापन 48 घंटे के कठिन अभ्यास के साथ प्रदर्शन को मान्य करने के लिए होगा।

अर्द्धशहरी वातावरण में संयुक्त सैन्य अभियान चलाने में दोनों सेनाओं की। यह संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने में एक लंबा सफर तय करेगा और दोनों देशों के बीच दोस्ती के पारंपरिक बंधन को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।


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