12 जनसभाएं कीं, साढ़े पांच घंटे बोले, रात डेढ़ बजे गए सोने, कुछ ऐसे गुजर रहा अजय भट्ट का दिन
दैनिक जागरण की टीम ने भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट के साथ एक दिन गुजारकर उनकी दिनचर्या को करीब से देखा। सियासत के तूफानी सफर में अतिव्यस्त नजर आए भट्ट।
हल्द्वानी, गणेश जोशी : सुबह के सात बजे का वक्त। मुखानी खांटू श्याम मंदिर वाली गली में साकेत अग्रवाल के आवास पर कार्यकर्ताओं का जुटना शुरू हो गया है। धोती-कुर्ता पहने भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट पूजा में मग्न हैं। इस समय उनका यही अस्थायी निवास है। पत्नी पुष्पा भट्ट व बच्चे भी साथ में रह रहे हैं। पास में ही ड्राइंग रूम में कुछ कार्यकर्ता दिन भर के प्लान को चेक करने में जुटे हैं तो कुछ अन्य व्यवस्थाओं में व्यस्त हैं। वह सुबह पांच बजे उठने के बाद समाचार पत्र पढ़ चुके हैं। पूजा करने के बाद सीधे बेड रूम में चले गए।
हल्का पीला कुर्ता, सफेद पायजामा और चेक वाली सदरी पहन ड्राइंग रूम में आ गए हैं। इलेक्शन मैनजमेंट पर कार्यकर्ताओं से बातचीत होने लगी है। इस बीच कॉल सेंटर से प्रसारित होने वाले संदेश को रिकार्ड किया जाने लगा है। शोरगुल के बीच नाश्ते की टेबल पर ही बैठे भट्ट को कार्यकर्ताओं बातचीत ने घेर लिया है। सादा भोजन करते-करते पत्रकारों से भी मुखातिब हैं। इस बीच विधायक बंशीधर भगत आ गए। उन्होंने दूसरे दिन के कार्यक्रम की चर्चा की और चले गए। चुनाव संचालन प्रभारी दान सिंह रावत से प्रचार सामग्री व चुनाव संचालन से संबधित अन्य विषयों पर भी चर्चा करते रहे। आंगन से लेकर कमरे तक कार्यकर्ताओं की भीड़ बढ़ते ही चली गई। हर कोई दो-दो व तीन-तीन के गुट में खड़े होकर इलेक्शन मैनेजमेंट पर सियासी गुफ्तगू करते हुए उनसे मिलने के इंतजार में है। सुबह के 9:45 बज चुके हैं। बार-बार घड़ी देख रहे प्रत्याशी सभा के लिए देर होने की बात करने लगे। बातचीत करते-करते चार कारों के काफिले के साथ गौलापार के इलाइट पब्लिक स्कूल पहुंच गए हैं।
सभा स्थल पर पहले से ही इंजतार कर रहे भगवा टोपी और मफलर टांगे तमाम महिलाएं व पुरुष जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। मंच पर जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट व विधायक नवीन दुम्का के संबोधन के बाद माइक अजय भट्ट को थमा दिया। ठेठ कुमाऊंनी अंदाज में अभिवादन करने लगे हैं। चुनावी रंग में रंगे माहौल को अपने पक्ष में करने के लिए पूरी रौ में आ गए। मोदी सरकार से ज्यादा मोदी का गुणगान कुमाऊंनी में कर डाला है। विपक्ष पर प्रहार करते हुए बोले, जिन्होंने घोषणा पत्र में देशद्रोह कानून को खत्म करने और अफस्पा कानून को हटाने की बात की है, ऐसे लोगों के चेहरे बेनकाब हो गए हैं। 30 मिनट का भाषण खत्म कर बरेली रोड पुरानी आइटीआइ के लिए रूख कर दिया है। आयोजन स्थल पर अजय भट्ट दो दर्जन से अधिक लोगों ने फूलमाला पहनाई। भाषण मेंं राष्ट्रवाद, मोदी और मोदी सरकार व राज्य सरकार की उपलब्धियां गिना रहे हैं। यहां भी 29 मिनट के भाषण में प्रत्याशी अपने चिरपरिचत अंदाज से लोगों से सीधे जुडऩे की कोशिश भी करते रहे। यहां से हल्दूचौड़ की तरह प्रस्थान किया।
12 जनसभाएं में साढ़े पांच घंटे बोले
हल्दूचौड़, बिंदुखत्ता, कार रोड, खुरियाखत्ता, घोड़ानाला, लालकुआं टीपी नगर, 25 एकड़, दमुवाढूंगा, सुषाष नगर, तल्ली बमौरी, मीरा मार्ग, बनभूलपुरा में रात 10 बजे तक तक जनसभाओं को संबोधित करते रहे। दिन की सभाओं में में 30 से 45 मिनट तक बोले। जबकि, रात की सभाओं में 15 से 20 मिनट तक। ऐसे में दिन भर में साढ़े पांच घंटे तक तक बोलते रहे।
कार्यकर्ता के घर किया भोजन
ताबड़तोड़ सभाओं के बीच समय निकालकर बिंदुखत्ता में ही कार्यकर्ता जगदीश पंत के आवास पर पहुंच गए हैं। दो रोटी, मूंग की दाल व सब्जी ली। चाय नहीं पीते। गुनगुना पानी साथ में रखा है। बीच-बीच में उसी को पी रहे हैं।
रात डेढ़ बजे गए सोने
रात 10:30 बजे मुखानी स्थित आवास पहुंच गए हंै। पहले से ही तमाम कार्यकर्ता इंतजार में हैं। उनसे मुलाकात की। अगले दिन के कार्यक्रमों की चर्चा करने लगे हैं। भोजन करने के साथ ही सोशल मीडिया की गतिविधियां जानने लगे। चुनाव संचालन समिति के पदाधिकारी बैठे हैं। चुनावी माहौल की अपडेट लेने के साथ इलेक्शन मैनेजमेंट के कई पहलुओं पर चर्चा में मशगूल हो गए। सोशल मीडिया उनके रूट प्लान को बता रहे ओम प्रकाश तिवारी से भी अपडेट लेते रहे। दिन भी की थकान के बावजूद मेहनत में कोई कमी न रह जाए। पूरी शिद्दत से डटे हुए हैं। चर्चा करते करते रात डेढ़ बज गया। कार्यकर्ता घर को चले और अजय भट्ट सोने चले गए।
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