प्रशासन की टीम नेे प्लांट को किया सील, बैलगाडिय़ों से अवैध चुगान का मामला पकड़ा
कोसी व दाबका नदियों से बैलगाडिय़ों व अन्य छोटे वाहनों से रेता-बजरी ढोने और क्रशरों को माल की आपूर्ति की शिकायत पर प्रशासन ने कार्रवाई को अंजाम दिया। इस दौरान अवैध खनन में कई बैलगाडिय़ों को पकडऩे के साथ ही स्क्रीङ्क्षनग प्लांट को सील कर दिया गया है।
संवाद सहयोगी, बाजपुर : मानसून के चलते जिला प्रशासन के खनन चुगान कार्य पर पूरी तरह रोक लगाने के बावजूद कोसी व दाबका नदियों से बैलगाडिय़ों व अन्य छोटे वाहनों से रेता-बजरी ढोने और क्रशरों को माल की आपूर्ति की शिकायत पर प्रशासन ने कार्रवाई को अंजाम दिया। इस दौरान अवैध खनन में कई बैलगाडिय़ों को पकडऩे के साथ ही स्क्रीङ्क्षनग प्लांट को सील कर दिया गया है। मामले की रिपोर्ट स्थानीय प्रशासन ने जिलाधिकारी को प्रेषित कर दी है।
क्षेत्र में लगभग 37 स्टोन क्रशर व स्क्रीङ्क्षनग प्लांट स्थापित हैं। इनमें से खनन सामग्री का विक्रय किया जा रहा है। वर्तमान समय में नदियों से खनन चुगान का कार्य बंद होने के चलते खनन विभाग द्वारा स्टाक पर ध्यान नहीं दिया जा रहा था। इस बीच माल की आवक कम होने के कारण क्रशर स्वामियों द्वारा बैलगाडिय़ों, पिकअप व अन्य छोटे फोर व्हीलर वाहनों माध्यम से नदियों से अवैध रूप से चुगान कर लाया जा रहा माल खरीदा जा रहा था।
क्रशरों पर इन वाहनों की बढ़ती आवाजाही को देखते हुए शनिवार को एसडीएम विवेक प्रकाश व तहसीलदार राजेंद्र सनवाल की अगुवाई में गठित टीमों द्वारा कई जगहों पर छापामारी की गई। जिसमें ग्राम गोबरा स्थित बालाजी स्क्रीङ्क्षनग प्लांट में बिना वैद्य प्रपत्रों के खनन सामग्री की खरीदारी होते मिली। जिसके चलते उपनिदेशक खनन दिनेश कुमार के माध्यम से कार्रवाई करते हुए प्लांट को अग्रिम आदेशों तक सील कर दिया गया।
इस संबंध में प्रशासन द्वारा सीसीटीवी फुटेज व रिकार्डिंग दिखाने को भी कहा गया, लेकिन क्रशर प्रबंधक द्वारा इससे इन्कार कर दिया गया। इससे प्लांट के क्रय-विक्रय व ई-रवन्ना आइडी को शासन स्तर से बंद करवाने की संस्तुति की गई है। प्लांट पर हुई इस कार्रवाई से अन्य प्लांट संचालकों में भी हड़कंप मचा है। जिसके चलते सभी लोग अपनी व्यवस्था को दुरुस्त करते देखे गए। वहीं अनेक बैलगाड़ी स्वामियों को भी अवैध खनन में लिप्त पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की हिदायत दी गई।