कुमाऊं के 65 मरीजों ने कोरोना को दी मात, तीन साल की बच्ची समेत 62 साल के बुजुर्ग भी हुए स्वस्थ
जहां एक ओर कोराना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है वहीं संक्रमित मरीजों के ठीक होने की संख्या भी बढ़ रही है।
हल्द्वानी, जेएनएन : जहां एक ओर कोराना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, वहीं संक्रमित मरीजों के ठीक होने की संख्या भी बढ़ रही है। रविवार को एसटीएच कोविड-19 अस्पताल में भर्ती 65 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज कर दिए गए हैं। इसमें सबसे अधिक बागेश्वर जिले के 28 मरीज शामिल हैं।
एसटीएच कोविड-19 अस्पताल में अलग-अलग समय में कोरोना पॉजिटिव होने पर बागेश्वर के 28, अल्मोड़ा के 25, चम्पावत के सात, नैनीताल व ऊधमसिंह नगर के दो-दो और पिथौरागढ़ के एक मरीज को भर्ती किया गया था। राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीपी भैंसोड़ा ने बताया कि रविवार की शाम तक इन सभी मरीजों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया है। इन्हें सात दिन के लिए होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह दी गई है। इसमें तीन साल की बच्ची समेत 62 वर्ष के बुजुर्ग भी शामिल हैं।
प्राचार्य ने कोरोना संक्रमित मरीजों की सेवा में जुटे डॉक्टरों व अन्य स्टाफ का आभार जताया। साथ ही मरीजों ने धन्यवाद दिया। प्राचार्य ने बताया कि इस समय अस्पताल में अब 95 कोरोना पॉजीटिव रोगी भर्ती हैं। इस दौरान चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अरुण जोशी, कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ. परमजीत सिंह, डॉ. मकरंद सिंह, डॉ. विवेकानंद सत्यवली समेत अन्य स्टाफ मौजूद रहा।
जिले में बनाए गए 11 कोविड केयर सेंटर
बिना लक्षण वाले मरीजों को एसटीएच के बजाय कोविड केयर सेंटरों में रखा जाएगा। सेंटरों की व्यवस्था एवं संचालन इंसीडेंस रिस्पांस टीम (आइआरटी) द्वारा की जायेगी। हल्द्वानी में वानिकी प्रशिक्षण संस्थान, संभागीय प्रशिक्षण संस्थान मोतीनगर, होटल देवाशीष, सौरभ कैंडी होटल, मल्लिका होटल, रॉयल विंडसर होटल काठगोदाम में कोविड केयर सेंटर बनाए गए हैं। रामनगर में होटल समसारा, पर्यटक आवास गृह, नैनीताल में होटल रियो ग्रांड, होटल स्टारलिंग, भीमताल में प्रिंस रेजीडेंसी तथा धारी मे पर्यटक आवास गृह पदमपुरी कोविड केयर सेंटर होंगे। इन सेंटरों में 24 घंटे मेडिकल टीम के साथ आक्सीजन युक्त एम्बुलेंस, सुरक्षा व्यवस्था एवं भोजन व्यवस्था रहेगी।
फर्जी ई-वे-बिल से 529 करोड़ की जीएसटी चोरी, पिछले साल हुआ था आठ हजार करोड़ की चोरी का खुलासा
मंडियों में तीन से पांच रुपए किलो प्याज बेचने के लिए मजबूर हुए किसान
जमरानी बांध को लेकर तेज हुई कवायद, शासन ने मांगी पेयजल योजना की डीपीआर