रेलवे की 38.89 हेक्टेयर जमीन पर 4786 लोगों ने किया है कब्जा, हाईकोर्ट भी देे चुका है अतिक्रमण हटाने का आदेश
आरटीआइ कार्यकर्ता हेमंत गोनिया द्वारा सूचना के अधिकार मैं मांगी गई सूचना में हुआ रेलवे विभाग के सूचना अधिकारी द्वारा दी गई । सूचना में बताया गया है कि लालकुआं से हल्द्वानी के बीच में 4786 लोगों द्वारा अवैध कब्जा किया गया है ।
जागरण संवाददाता, लालकुआं (नैनीताल) : हल्द्वानी से लालकुआं तक रेलवे की भूमि पर 4786 लोगों ने 38.89 हेक्टेयर भूमि पर कब्जा जमाया हुआ है। रेल विभाग के राज्य संपदा अधिकारी इज्जतनगर द्वारा 4368 लोगों के खिलाफ मुकदमा किया गया है। यह खुलासा आरटीआइ कार्यकर्ता हेमंत गोनिया द्वारा सूचना के अधिकार मैं मांगी गई सूचना में हुआ रेलवे विभाग के सूचना अधिकारी द्वारा दी गई । सूचना में बताया गया है कि लालकुआं से हल्द्वानी के बीच में 4786 लोगों द्वारा अवैध कब्जा किया गया है । जिन्होंने रेलवे स्टेशन व रेल पटरियों के किनारे 38.89 हेक्टेयर भूमि में घर बनाकर कब्जा किया हुआ है । रेल विभाग द्वारा भूमि खाली कराने की दिशा में राज संपदा अधिकारी इज्जत नगर द्वारा हल्द्वानी के 4365 वह लालकुआं के तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया है।
बता दें कि हल्द्वानी व लालकुआं रेलवे स्टेशन अतिक्रमण के चलते सिकुड़ते जा रहे हैं जिस कारण रेलवे स्टेशन के सुन्दरीकरण व विस्तारीकरण करने में तमाम दिक्कतें आ रही हैं । हालांकि रेलवे विभाग द्वारा पहले कई बार अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। लेकिन राजनीतिक दखल के बाद रेलवे विभाग को अपने कदम पीछे खींचने पड़े। इधर, रेलवे विभाग के अधिकारियों का कहना है राज्य सरकार से अतिक्रमण हटाने के लिए सहयोग मांगा है। जिसके बाद अतिक्रमण के खिलाफ फिर से अभियान चलाया जाएगा। रेल विभाग द्वारा पहले भी कई बार रेल भूमि से अतिक्रमण हटाने का प्रयास किया। लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप व लोगो के विरोध के कारण अतिक्रमण हट नही सका।
अक्टूबर 2016 हाई कोर्ट की डबल बेंच ने रेलवे भूमि से अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था। रेल महकमे के अफसरों के मुताबिक पूर्व में हल्द्वानी में करीब पांच करोड़ रुपये की पिट लाइन का प्रस्ताव उच्चाधिकारियों को भेजा गया था। मगर अतिक्रमण की वजह से पिट लाइन विस्तार के लिए जगह न मिलने पर पिट लाइन को लालकुआं में बनाया गया। अफसरों को उम्मीद है कि यदि रेलवे की भूमि अतिक्रमण मुक्त हो जाए तो लंबी दूरी की कई ट्रेनों का संचालन हल्द्वानी से शुरू हो सकता है।
अतिक्रमण हटाने के प्रयास पर हुआ था पथराव व आगजनी
वर्ष 2007 में भी हाईकोर्ट ने रेल भूमि से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण के सीमाकन व इसे ढहाने की कार्रवाई की गई थी, लेकिन अतिक्रमणकारियों ने पुलिस व रेलवे कर्मचारियों पर पथराव के साथ ही आगजनी तक कर दी थी। जिस पर पुलिस को भी जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी थी। लोगों का आक्रोश देख अतिक्रमण ढहाने की कार्रवाई बीच में ही रोकनी पड़ी थी।