Nainital Coronavirus News Update : जिले में 46 और कोरोना संक्रमित, एसटीएच में तीन की मौत
Nainital Coronavirus News Update कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सोमवार को नैनीताल जिले में कोरोना संक्रमण के 46 नए मामले सामने आए हैं।
हल्द्वानी, जेएनएन : Nainital Coronavirus News Update : कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सोमवार को नैनीताल जिले में कोरोना संक्रमण के 46 नए मामले सामने आए हैं। सभी आईसोलेट होकर इलाज करा रहे हैं। वहीं एसटीएच हल्द्वानी में भर्ती तीन मरीजों की मौत हो गई। जिनमें एक अल्मोड़ा निवासी, एक बिजनौर और एक किच्छा का रहने वाला युवक है। मृतकों में दो युवकों की उम्र 25 और 30 साल है।
कोरोना संक्रमितों के लगातार मिलने का सिलसिला जारी है। नैनीताल जिले में अब 4172 लोग संक्रमित मिल रहे हैं। 2934 लोग स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं तो 1149 लोगों का इलाज चल रहा है। स्टेट हेल्थ बुलेटिन के अनुसार जिले में 46 नए मामले सामने आए हैं। इसमें से 18 रिपोर्ट सरकारी लैब व 28 रिपोर्ट निजी लैब से आई हैं। नैनीताल, रामनगर के अलावा सबसे अधिक मरीज हल्द्वानी के हैं।
डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय के एमएस डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि अल्मोड़ा निवासी 50 वर्षीय मरीज कोरोना संक्रमित होने के साथ ही निमोनिया व गुर्दे की समस्या से ग्रस्त था। खून की भी उल्टी हो रही थी। सोमवार को उसने दम तोड़ दिया। किच्छा निवासी 25 वर्षीय कोरोना संक्रमित युवक निमोनिया व श्वांस संबंधी बीमारियों से ग्रस्त था। उसकी भी मौत हो गई। इसके अलावा बिजनौर निवासी 30 वर्षीय युवक ने भी एसटीएच में दम तोड़ दिया। युवक कोरोना संक्रमित होने के साथ ही फेफड़े संबंधी बीमारी से ग्रस्त था।
कोविड मरीजों की अटकी सांस, सीटी स्कैन मशीन खराब
एसटीएच की सीटी स्कैन मशीन फिर खराब हो गई है। दो दिन से मशीन खराब है और कब तब बन पाएगी। इस बारे में अस्पताल प्रबंधन स्पष्ट नहीं बता पा रहा है। 15 साल पुरानी सीटी स्कैन मशीन एक महीने पहले खराब हुई थी। कई दिन बाद इसे ठीक किया जा सका था। एक बार फिर दो दिन से मशीन बंद है। इसे लेकर सबसे अधिक दिक्कत कोरोना मरीजों को झेलनी पड़ रही है। जबकि कुमाऊं भर के गंभीर मरीज एसटीएच में भर्ती हैं। इस समय ही कोरोना संक्रमित 226 मरीज हैं, जिसमें से 100 मरीजों की हालत गंभीर है। मशीन ठीक होने पर चार से पांच कोरोना मरीजों की जांच हो जाया करती थी। सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि कोरोना मरीज जांच के लिए बाहर नहीं भेजे जा सकते हैं। ऐसे में तत्काल सीटी स्कैन कराना हो तो संभव नहीं हो पाएगा। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अरुण जोशी का कहना है कि मशीन को जल्द ठीक कराने का प्रयास किया जा रहा है।