साझेदारी में बांटे 28 करोड़ डीसीबी को वापस नहीं मिले, नैनीताल सहकारी बैंक का 35 करोड़ रुपये का लोन एनपीए
अध्यक्ष राजेंद्र नेगी ने कहा बैंक के 20 बड़े बकायेदारों से 2.87 करोड़ एनपीए के सापेक्ष महज 31 लाख वसूली चिंताजनक है। उन्होंने कंसोटियम व्यवस्था के तहत वितरित लोन की वसूली के लिए संबंधित बैंकों को पत्र जारी करने व बकायेदारों से वसूली तेज करने के निर्देश दिए।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : जिला सहकारी बैंक ने एनपीए (गैर निष्पादित परिसंपत्ति) की वसूली तेज कर दी है। शुक्रवार को हुई समीक्षा बैठक में डीसीबी अध्यक्ष राजेंद्र सिंह नेगी ने लोन न चुकाने वाले बकायेदारों के खिलाफ आरसी, कुर्की आदि की कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
डीसीबी का 35.39 करोड़ रुपये एनपीए है। इसमें 28 करोड़ रुपये कंसोटियम (दूसरे बैंक के साथ मिलकर साझे में लोन देना) में बांटा गया है। इसमें अधिकांश रकम राज्य सहकारी बैंक के माध्यम से बांटी गई है। बैंक के सचिव व जीएम पीसी दुम्का ने बताया कि 31 मार्च, 2020 को एनपीए 37.67 करोड़ था।
दिसंबर तक केवल 2.28 करोड़ की वसूली हुई है। मार्च 2018 के 16.34 करोड़ एनपीए के सापेक्ष 5.55 करोड़ की वसूली हुई है। अध्यक्ष राजेंद्र नेगी ने कहा बैंक के 20 बड़े बकायेदारों से 2.87 करोड़ एनपीए के सापेक्ष महज 31 लाख वसूली चिंताजनक है। उन्होंने कंसोटियम व्यवस्था के तहत वितरित लोन की वसूली के लिए संबंधित बैंकों को पत्र जारी करने व बकायेदारों से वसूली तेज करने के निर्देश दिए। यहां सहायक निबंधक डा. बीएस मनराल, डीजीएम संदीप कुमार, टीपी वर्मा, डीएस नपलच्याल आदि मौजूद रहे।
शनिवार, रविवार को विशेष अभियान
सचिव दुम्का ने बताया कि लोन की वसूली के लिए मुख्यालय स्तर से विशेष टीम बनाई गई है। अवकाश के दिनों व शनिवार, रविवार को लोन वापसी के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश हैं। लोन नहीं चुकाने वालों के खिलाफ तत्काल नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।