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एमबीपीजी कॉलेज में सांध्यकालीन कक्षाओं में 1800 सीटें रिक्त

आंदोलन व प्रदर्शन की बदौलत एमबीपीजी कालेज में सांध्यकालीन कक्षाओं की अनुमति मिल गई। जिसके लिए तक पांच दिनों तक आवेदन मांगे गए। इसके बाद मंगलवार से प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है। इस तरह सांध्यकालीन कक्षाओं में करीब 1800 से अधिक सीटें रिक्त रह गई हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Wed, 24 Nov 2021 08:51 AM (IST)Updated: Wed, 24 Nov 2021 08:51 AM (IST)
एमबीपीजी कॉलेज में सांध्यकालीन कक्षाओं में 1800 सीटें रिक्त
एमबीपीजी कॉलेज में सांध्यकालीन कक्षाओं में 1800 सीटें रिक्त

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : आंदोलन व प्रदर्शन की बदौलत एमबीपीजी कालेज में सांध्यकालीन कक्षाओं की अनुमति मिल गई। जिसके लिए तक पांच दिनों तक आवेदन मांगे गए। इसके बाद मंगलवार से प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है। इस तरह सांध्यकालीन कक्षाओं में करीब 1800 से अधिक सीटें रिक्त रह गई हैं। प्रात:कालीन कक्षाओं के ही बराबर सांध्यकाल में भी 3120 सीटों पर प्रवेश की गुंजाइश थी। जिसके लिए कालेज की ओर से पहले चार दिन का समय दिया गया।

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बाद में एक दिन का समय और बढ़ाया गया। स्थिति यह है कि पांच दिनों बाद भी अभी तक 1296 सीटों पर ही प्रवेश के लिए आवेदन किए गए हैं। प्राचार्य डा. बीआर पंत ने बताया कि बीए में 788, बीएससी गणित में 156, बीएससी बायोलाजी में 64 व बीकाम में 288 के प्रवेश आवेदन मिले हैं। जिसमें डाक्यूमेंट अपलोड करने के लिए 24 नवंबर तक का समय दिया गया है।

गौलापार से 50 प्रवेश कैंसिल

गौलापार के नए डिग्री कालेज से 50 विद्यार्थियों ने अपने प्रवेश कैंसिल करवा दिए हैं। सांध्यकालीन कक्षा एमबीपीजी में शुरू होने के बाद उन्होंने यह निर्णय लिया है। वहीं मंगलवार को कालेज में 25 नए छात्रों ने प्रवेश लिया। कालेज प्राचार्य डा. संजय कुमार ने बताया कि अभी तक कुल 325 प्रवेश हो चुके हैं। प्रवेश प्रक्रिया लगातार जारी है। कालेज में चार शिक्षकों ने ज्वाइनिंग दे दी है। इनमें राजनीति विज्ञान के डा. कमलेश, इतिहास के डा. अनिल सिंह, अंग्रेजी की डा. बीना खाती, वाणिज्य के प्राध्यापक डा. विनय कुमार शामिल हैं। जबकि हिंदी की प्राध्यापक डा. विनीता भंडारी को अभी ज्वाइनिंग लेनी है।


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