Coronavirus Lockdown : सूरत से अपने घर ट्रेन से लौटेंगे 1200 लोग, ट्रेन का नहीं होगा कोई स्टापेज
दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को लाने के लिए सरकार तेजी जुट गई है। बसें लगाने के बाद अब सूरत से 1200 लोगों को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से लाया जाएगा।
हल्द्वानी, जेएनएन : दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को लाने के लिए सरकार तेजी जुट गई है। बसें लगाने के बाद अब सूरत से 1200 लोगों को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से लाया जाएगा। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है। यह ट्रेन 11 मई की सुबह चार बजे सूरत से चलेगी और 12 मई को दोपहर 12 बजे काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी।
ट्रेन से अधिक संख्या में यात्रियों के पहुंचने को लेकर संक्रमण की भी आशंका है। ऐसे में हरसंभव एहतियात बरती जा सके, इसके लिए डीएम सविन बंसल ने अधिकारियों के साथ बैठक की और अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय कर दी है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि इस ट्रेन का रास्ते में कोई स्टापेज नहीं होगा। इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह, एसडीएम विवेक राय, एसीएमओ डॉ. रश्मि पंत, स्टेशन अधीक्षक चयन रॉय, सीनियर टीटी निरीक्षक हरीश भाकुनी आदि शामिल रहे।
यात्रियों का विवरण
अल्मोड़ा 119
रानीखेत 4
बागेश्वर 291
चम्पावत 6
हल्द्वानी 462
नैनीताल 48
पिथौरागढ़ 254
ऊधमसिंहनगर 16
स्टेशन पर होगे दो एग्जिट प्वॉइंट
रविवार को रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने पहुंची प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने यात्रियों को दो एग्जिट प्वांइट के सहारे स्टेशन से बाहर लाने का निर्णय लिया है। पहला स्टेशन का मुख्य प्रवेश द्वार और दूसरा स्टेशन के आखिरी छोर मौजूद गेट।
थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही निकलेंगे
काठगोदाम पहुंचने वाले सभी प्रवासियों का रेलवे स्टेशन से बाहर निकलने से पहले थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके साथ सभी को भोजन के पैकेट व पानी की बोतले देकर बसों के सहारे उनके गृह जिले को रवाना कर दिया जाएगा। प्रकाश रावत, प्रदेश प्रवक्ता भाजपा ने बताया कि सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत लॉकडाउन में फंसे प्रवासियों को लाने के लिए प्रयासरत हैं। ट्रेन से 1200 लोगों को लाना अनूठी पहल है। सरकार अन्य प्रवासियों को लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
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