बलियानाला के 10 और परिवार जीजीआइसी शिफ्ट
अतिसंवेदनशील बलियानाला में पहाड़ी दरकने के बाद अब पत्थरों की बारिश के कारण खतरा बढ़ गया है।
By Edited By: Published: Wed, 26 Sep 2018 10:00 AM (IST)Updated: Wed, 26 Sep 2018 03:48 PM (IST)
जागरण संवाददाता, नैनीताल : अतिसंवेदनशील बलियानाला में पहाड़ी दरकने के बाद अब पत्थरों की बरसात हो रही है, जिससे समूचे हरिनगर क्षेत्र के वाशिंदे भयाक्रांत हैं। जिला प्रशासन ने दस और परिवारों के आवास खाली कराकर उन्हें जीजीआइसी ही शिफ्ट कर दिया है। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने भी बलियानाला भूस्खलन पर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि आइआइटी रुड़की तथा जायका विशेषज्ञों की रिपोर्ट पर कार्रवाई होगी और मुख्यमंत्री से भी इस मामले में चर्चा की जाएगी। मंगलवार को तहसीलदार कृष्ण चंद्र आर्य, पटवारी अमित साह द्वारा दस परिवारों को जीजीआइसी में शिफ्ट करने की कार्रवाई की। साथ ही उन्हें राहत सामग्री भी प्रदान की। दो दिन में 17 परिवार हटाए जा चुके हैं, जबकि पहले भी 17 परिवारों को रईस होटल क्षेत्र के डेंजर जोन से हटाया जा चुका है। प्रभावितों ने प्रशासन से स्थाई आवास के इंतजाम करने की गुहार लगाई है। आम आदमी पार्टी ने सरकार को घेरा आम आदमी पार्टी ने बलियानाला के प्रभावितों के स्थायी पुनर्वास व बलियानाला ट्रीटमेंट में अब तक के कार्यो की जांच की मांग की है। साथ ही अफसरों व प्रशासन की उदासीनता पर आक्रोश जताया है। मंगलवार को माल रोड स्थित होटल में जिलाध्यक्ष प्रदीप दुम्का, नगर अध्यक्ष देवेंद्र लाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि शहर में पालिका की जमीन पर अतिक्रमण हो रहा है, ऐसे में पालिका जमीन को प्रभावितों को आवंटित करे। प्रभावितों के लिए खाने-पीने व शौचालय का इंतजाम करने की मांग करते हुए कहा कि कृष्णापुर के लिए वैकल्पिक मार्ग तक नहंी बनाया जा रहा। इस दौरान उमेश तिवारी, डीएस नेगी, संदीप भट्नागर, शाकिर अली, महेश आर्य, रामनारायण, गंगा सिंह बिष्ट आदि मौजूद थे।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें