कुख्यात चीनू पंडित ने कराई थी गैस गोदाम पर फायरिग
गैस गोदाम पर एक सप्ताह पूर्व हुई फायरिग की घटना का पुलिस ने पटाक्षेप कर दिया है।
संवाद सहयोगी, रुड़की: गैस गोदाम पर एक सप्ताह पूर्व हुई फायरिग की घटना का पुलिस ने पटाक्षेप कर दिया है। गोली रुड़की जेल में बंद कुख्यात चीनू पंडित के इशारे पर चलाई गई थी। पुलिस ने चीनू पंडित के भाई एवं एक शूटर को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में अभी पुलिस को तीन और आरोपितों की तलाश है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों की निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल किया पिस्टल और मोटरसाइकिल बरामद कर ली है। हत्याकांड के मुख्य गवाह की गवाही बदलवाने के मकसद से यह फायरिग कराई गई थी।
रुड़की गंगनहर कोतवाली में पत्रकार वार्ता में एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने कहा कि नौ सितंबर को सलेमपुर स्थित एकता गैस एजेंसी के गोदाम पर बाइक सवार बदमाशों ने फायरिग की घटना को अंजाम दिया था। गोली दीवार पर टकराकर एक ट्रक चालक के पांव में लग गई थी, जिससे वह घायल हो गया था। गोदाम मे कैश भी था, लेकिन बदमाशों ने उसे नहीं लूटा। इससे शुरू से ही यह स्पष्ट हो गया था कि घटना का मकसद लूटपाट नहीं बल्कि डराना है। घटना के पटाक्षेप के लिए एसएसपी हरिद्वार ने गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनोज मैनवाल के नेतृत्व में एक टीम गठित की। सीआइयू की टीम को भी इसमें लगाया गया। सीसीटीवी कैमरे और मोबाइल लोकेशन आदि के जरिये मुकुल त्यागी निवासी बहेड़की सैदाबाद इकबालपुर व जेल में बंद कुख्यात चीनू पंडित के भाई राजीव उर्फ मोनू शर्मा निवासी पश्चिमी अंबर तालाब का नाम सामने आया। दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसके बाद पूरी घटना का पटाक्षेप हो गया। आरोपित मुकुल त्यागी ने बताया कि वह झबरेड़ा से जानलेवा हमले के एक मुकदमे में रुड़की जेल में बंद था। वहां उसकी मुलाकात विनीत शर्मा उर्फ चीनू पंडित से हुई। जेल में चीनू ने उसको काफी सहयोग किया। चीनू ने उसे बताया कि आकाश त्यागी मर्डर केस की कोर्ट में सुनवाई चल रही है। उसमें एकता गैस एजेंसी पर काम करने वाले अश्वनी और सोनी मुख्य गवाह हैं। उनकी गवाही हो चुकी है। यदि वह अपनी गवाही बदल दें तो वह इस केस से बरी हो सकता है। यदि दोनों गवाहों को डराने धमकाने में सहयोग कर देगा तो वह अपनी गवाही बदल सकते हैं। चीनू ने बताया कि जेल से बाहर निकलने के बाद भाई मोनू उर्फ राजीव शर्मा मदद करेगा। वह पिस्टल, पैसा और अन्य संसाधन उपलब्ध कराएगा। उस पिस्टल से गैस गोदाम पर फायरिग कर अश्वनी को डराना है ताकि वह इस मामले में गवाही को बदल दे। चीनू ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो पांव में गोली भी मार देना। बकौल एसपी देहात जेल से बाहर आने पर मुकुल ने मोनू उर्फ राजीव शर्मा से मुलाकात की। मोनू ने उसे असलाह, पैसा उपलब्ध कराया। साथ ही उसने अपने एक दोस्त की मोटरसाइकिल कुछ समय के लिए दी। इसके अलावा दो अन्य शूटर के लिए एक मोटरसाइकिल की भी व्यवस्था की गई, जो अनुज उर्फ नीलू जाट मंडावली को उपलब्ध करवाई गई। पूरी योजना बनाकर नौ सितंबर को घटना को अंजाम दिया गया। घटना में मुकुल अलग बाइक पर था। जबकि, दो शूटर अलग बाइक पर थे। घटना को अंजाम देने के बाद शूटर मौके से फरार हो गए। एसपी देहात ने बताया कि पूछताछ के दौरान तीन नाम और सामने आए हैं। उनकी तलाश को दबिश दी जा रही है। गिरफ्तार दोनों आरोपितों पर विभिन्न धाराओं में कई मुकदमे दर्ज हैं। इस मौके पर सीओ रुड़की चंदन सिंह बिष्ट, सीओ मंगलौर अभय प्रताप सिंह, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनोज मैनवाल, वरिष्ठ उपनिरीक्षक देवराज शर्मा, सीआइयू प्रभारी एनके बचकोटी आदि मौजूद रहे।