बारिश की आस में आसमान की ओर लगी है टकटकी
जागरण संवाददाता, रुड़की: भीषण गर्मी ने शहरवासियों की रातों की नींद और दिन का चैन छीन लिया है। ऐसे में
जागरण संवाददाता, रुड़की: भीषण गर्मी ने शहरवासियों की रातों की नींद और दिन का चैन छीन लिया है। ऐसे में हर कोई अब आसमान की ओर टकटकी लगाकर देख रहा है। जिससे कि उन्हें आसमान से आग के रूप में बरस रही गर्मी से राहत मिल सके। उधर, मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले 10-12 दिन के बाद ही मानसून आने की संभावना है।
शिक्षानगरी और आसपास के क्षेत्रों में गर्मी ने जून में विकराल रूप धारण कर लिया है। आलम यह है कि घर और बाहर कहीं भी लोगों को चैन नहीं मिल पा रहा है। कड़ी धूप, लू के थपेड़े और उमस ने लोगों का जीना मुहाल किया हुआ है। दो कदम चलते ही लोगों के हलक सूख रहे हैं। वहीं उमस लोगों को पसीना-पसीना कर रही है। बीच-बीच में कई बार बारिश की संभावना बन रही है लेकिन अक्सर बादल बिन बरसे ही लौट रहे हैं। जिस कारण लोगों को मायूस होना पड़ रहा है। ऐसे में अब हर कोई भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए मानसून का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। उधर, प्रचंड गर्मी में दिनभर में बार-बार बिजली कटौती होने से लोगों की मुश्किलें कई गुना बढ़ रही हैं। वैसे तो गर्मी में थोड़ा सुकून पाने के लिए हर कोई अलग-अलग उपाय कर रहा है लेकिन फिर भी कोई राहत नहीं मिल पा रही है। एक ओर जहां घर से बाहर निकलने से पहले लोग अपने सिर और चेहरे को ढककर निकल रहे हैं वहीं गंग नहर के ठंडे-ठंडे पानी में डुबकियां लगा रहे हैं। इसके अलावा शाम होते ही गंग नहर के घाटों पर सुकून पाने के लिए लोगों की भीड़ जुट रही है। उधर, आइआइटी रुड़की के जैव प्रौद्योगिकी विभाग में संचालित ग्रामीण कृषि मौसम सेवा परियोजना के तकनीकी अधिकारी डॉ. अर¨वद कुमार श्रीवास्तव के अनुसार 10-12 दिनों में मानसून आने की संभावना है।