भगवानपुर से सहारनपुर तक संचालित हो रहे विक्रम
पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए भले ही प्रदेश सरकार ने अभी बार्डर पर बिना जांच के आने जाने नहीं दिया जा रहा है। वहीं डग्गामार बेखौफ आर पार हो रह ेहैं।
जागरण संवाददाता, रुड़की: पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए भले ही प्रदेश सरकार ने अभी बार्डर पर बंदिश लगाई हो लेकिन उप्र के डग्गामार आसानी से उत्तराखंड की सीमा में घुस रहे हैं। भगवानपुर में तो बिना किसी रोकटोक के इनका संचालन जारी है। कोई इन वाहनों को रोकने वाला नहीं है।
सरकार की ओर से तय किया है कि अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों को चेक किया जाएगा। बार्डर पर ही उनकी कोरोना की जांच होगी। बार्डर पर कार से आने वाले व्यक्तियों को तमाम तरह के सवाल जवाब से होकर गुजरना पड़ता है। रजिस्टर में एंट्री होती है। कार से सफर करने वालों पर सख्ती जारी है लेकिन डग्गामारों को खुली छूट है। भगवानपुर से सहारनपुर के बीच रोडवेज बसों का संचालन बंद है। पैसेंजर ट्रेन भी संचालित नहीं हो रही है। इस बीच सहारनपुर में पंजीकृत विक्रम उत्तराखंउ पुलिस की दो-दो चेकपोस्ट को पार कर भगवानपुर तक पहुंच जा रहे हैं। दिन भर सवारियां ढो रहे हैं। एक-एक विक्रम में आठ से दस सवारियां तक भरी जा रही हैं। यह स्थिति तब है जब इन विक्रम का कलर भी हरे रंग का है और दूर से ही दिखाई दे जा रहे हैं। इस संबंध में टैंपो यूनियन भगवानपुर के अध्यक्ष देशराज सैनी, राशिद अली, सलमान, समून, अब्दुल आदि ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है। साथ ही इनको रोकने की मांग की है। नारसन बार्डर पर तो तन चुकी बंदूकें
रुड़की: प्रदेश के नारसन बार्डर पर तो डग्गामार वाहन संचालकों के बीच बंदूकें तक तन चुकी हैं। पिछले सप्ताह ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने यहां पर छह बसों को पकड़ा था। इसके बाद बसों का संचालन एक दिन बंद रहा। तीन दिन बाद उप्र और उत्तराखंड के डग्गामार वाहन संचालकों के बीच तनातनी हो गई। पुलिस ने लाठियां फटकारकर स्थिति को जैसे-तैसे नियंत्रण में किया। मौके से एक कार से लाइसेंसी रायफल भी पुलिस को मिली थी, लेकिन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। हालांकि मंगलवार को पुलिस ने छह डग्गामारों के चालान जरूर काटे थे। इस संबंध में शिकायत प्राप्त हुई है। भगवानपुर थानाध्यक्ष को कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। साथ ही बिना जांच-पड़ताल किसी को भी प्रदेश की सीमा में प्रवेश की इजाजत नहीं है। लापरवाह कर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस, एसएसपी हरिद्वार