यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता पहुंचे रोजगार मेले में
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता हरिद्वार में आयोजित रोजगार मेले में पहुंते। वो यहां अपनी नातिन लक्ष्मी रावत व पोती अर्चना बिष्ट को लेकर आए थे।
हरिद्वार, [जेएनएन]: नौकरी पाना आसान नहीं है, बल्कि इसके लिए मेहनत और कड़ी प्रतिस्पर्धा करनी पड़ती है। बच्चों को यही अनुभव कराने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट अपनी नातिन लक्ष्मी रावत व पोती अर्चना बिष्ट को लेकर रोजगार महाकुंभ में हरिद्वार पहुंचे। बोले, इससे बच्चों को साक्षात्कार का अनुभव मिलेगा और वह जान पाएंगे कि नौकरी के लिए क्या और किस तरह की तैयारी करनी होती है। बताया कि उनकी नातिन और पोती ने 12वीं करने के बाद ऑफिस मैनेजमेंट में डिप्लोमा किया है और इसी पद पर नौकरी पाने के लिए यहां आईं। दोनों ने 'स्किल इंडिया' के तहत पंजीकृत 'स्नाइडर इंडिया' कंपनी में साक्षात्कार दिया।
रोजगार महाकुंभ में युवाओं की भीड़ देखकर बिष्ट आश्चर्यचकित रह गए। बोले, यहां आकर पता चला कि पहाड़ पर किस कदर बेकारी और बेरोजगारी है। पहाड़ से पलायन की मुख्य वजह भी यही है। सरकार को चाहिए कि व्यापक स्तर पर इस तरह के आयोजन कराए और इसमें पूरी तरह पारदर्शिता भी बरते। बिष्ट के अनुसार हमें ऐसे आयोजनों के जरिये उत्तम में सर्वोत्तम की तलाश करनी चाहिए। सोर्स और सिफारिश को इससे पूरी तरह दूर रखना चाहिए।
यह पूछने पर कि आप तो यूपी के सीएम के पिता हैं और दोनों को कहीं भी बेहतर नौकरी दिला सकते हैं। बिष्ट बोले, मैं सोर्स-सिफारिश और पक्षपात का घोर विरोधी हूं। चाहता हूं कि बच्चे प्रतिस्पर्धा और अपनी योग्यता के बल पर नौकरी हासिल करें। इससे उन्हें जीवन का अनुभव तो हासिल होगा ही, चुनौतियों का मुकाबला करने को संबल भी मिलेगा। बाईपास से यह कतई संभव नहीं है।
अच्छा हुआ इंटरव्यू, चयन की पूरी उम्मीद
दादा एवं नाना के साथ हरिद्वार रोजगार महाकुंभ में पहुंची अर्चना बिष्ट और लक्ष्मी रावत ने स्किल इंडिया के तहत राष्ट्रीय स्तर पर पंजीकृत कंपनी स्नाइडर इंडिया में ऑफिस मैनेजमेंट पद के लिए साक्षात्कार दिया। उन्होंने बताया कि इंटर के बाद दोनों ने पौड़ी जिले के थलनदी स्थित राजकीय पॉलीटेक्निक से ऑफिस मैनेजमेंट में डिप्लोमा किया है। इसी आधार पर उन्होंने रोजगार महाकुंभ में ऑनलाइन पंजीकरण कराया था। बताया कि इंटरव्यू अच्छा रहा है, साक्षात्कार का परिणाम बाद में बताने को कहा गया है।
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