बैंककर्मी को गोली मारने का मामला जांच में निकला फर्जी
मुंडाखेड़ा कलां गांव में बैंककर्मी को गोली मारकर घायल करने का मामला पुलिस जांच में फर्जी मिला। पुलिस मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाने की तैयारी में है।
संवाद सूत्र, लक्सर: मुंडाखेड़ा कलां गांव में बैंककर्मी को गोली मारकर घायल करने का मामला पुलिस जांच में फर्जी मिला। पुलिस मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाने की तैयारी में है।
लक्सर कोतवाली के मुंडाखेड़ा कलां गांव निवासी वीरेंद्र सिंह लक्सर की एक बैंक शाखा में कार्य करता है। 29 दिसंबर की रात को लक्सर से गांव लौटते समय वीरेंद्र कंधे में गोली लगने से घायल हो गया था। स्वजन उसे लक्सर के अस्पताल में लेकर आए थे, जहां से उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया था। अस्पताल जाकर पुलिस ने उसके बयान दर्ज किए थे। मामले में वीरेंद्र के भाई अरविद की ओर से पुलिस को तहरीर देकर गांव के ही आरोपित विक्की और उसके दो साथियों पर वीरेंद्र की हत्या के इरादे से उसे गोली मारने का आरोप लगाया गया था। तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। वहीं घटना को लेकर ग्रामीण लक्सर कोतवाली पहुंचे थे। उन्होंने एसएसआइ से मिलकर बताया था कि जिस युवक पर गोली मारने का आरोप लगाया गया है, उसे रंजिश के चलते झूठे मामले में फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। मामले में नामजद किए गए युवक को हिरासत में लेकर पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की। लेकिन आरोपित का घटना में संलिप्त होना नहीं पाया गया, जिस पर मामला संदिग्ध पाया गया। पुलिस जांच में युवक के खुद को घायल करने का मामला सामने आया। जिस युवक को मामले में नामजद किया गया है, उससे पुरानी रंजिश चल रही है। कोतवाल यशपाल सिंह बिष्ट ने बताया कि जांच में मामला फर्जी पाया गया है। मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाई जा रही है।