श्यामपुर रेंज में बाघिन की मौत
संवाद सूत्र, लालढांग: श्यामपुर रेंज के जंगल में एक बाघिन का शव मिला है। पोस्टमार्टम कराने के बाद शव
संवाद सूत्र, लालढांग: श्यामपुर रेंज के जंगल में एक बाघिन का शव मिला है। पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को दफना दिया गया है। हालांकि अभी बाघिन की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन प्रथम दृष्टया मौत का कारण आपसी संघर्ष बताया जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का असल कारण पता चल सकेगा।
हरिद्वार वन प्रभाग की श्यामपुर रेंज के वनकर्मी प्रतिदिन की तरह जंगल में गश्त कर रहे थे। तभी सज्जनपुर पीली बीट के जंगल में उन्हें एक बाघिन दिखी। वह सावधानी से उसके पास गए तो वो मृत अवस्था में मिला। उन्होंने इसकी सूचना अधिकारियों को दी। सूचना मिलते ही पीसीसीएफ चीफ भुवनचंद और डीएफओ आकाश वर्मा मौके पर पहुंचे। प्रथम दृष्टया उसकी मौत की वजह किसी अन्य टाइगर या फिर किसी जानवर से आपसी संघर्ष बताई जा रही है। डीएफओ आकाश वर्मा ने स्वयं घटनास्थल का काफी दूर तक निरीक्षण कर मौत के कारण का पता लगाने का प्रयास किया। बाद में डॉग स्क्वायड भी मौके पर पहुंची। डीएफओ आकाश वर्मा ने बताया कि मृत बाघिन की उम्र दो से ढाई साल के करीब है। प्रथम दृष्टया शिकार होने की कोई भी बात सामने नहीं आ रही है। कहा कि स्फीनर डॉग के माध्यम से जंगल में स्कैन किया जा रहा है। इस दौरान डॉक्टर प्रेमा ध्यानी, वन क्षेत्राधिकारी श्यामपुर देवेंद्र ¨सह पुंडीर, वन क्षेत्राधिकारी रवासन प्रमोद ध्यानी मौजूद रहे।
बाघिन के शरीर पर नहीं कोई निशान
लालढांग: वन विभाग के अधिकारी मृत बाघिन के शिकार होने की बात से साफ इंकार कर रहे हैं। उसकी मौत की वजह आपसी संघर्ष होना माना जा रहा है। हालांकि बाघिन के शरीर में चोट का कोई निशान नहीं मिला है। बाघिन पूर्ण रूप से स्वस्थ दिखाई दे रही है। बाघिन के सिर के आसपास कुछ खून के धब्बे दिखाई दिए हैं। यदि आपसी संघर्ष होता तो खून के धब्बे सिर के साथ ही शरीर के अन्य हिस्सों पर भी दिखाई देने चाहिए थे।