ब्रह्मलीन स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि का व्यक्तित्व प्रेरणादायी
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और आरएसएस के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल ने सोमवार को हरिपुर कलां स्थित भारत माता जनहित ट्रस्ट में जगद्गुरु शंकराचार्य ब्रह्मलीन स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज की स्मृति में श्री सद्गुरुदेव पुण्य स्मृति दर्शन का लोकार्पण किया।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और आरएसएस के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल ने सोमवार को हरिपुर कलां स्थित भारत माता जनहित ट्रस्ट में जगद्गुरु शंकराचार्य ब्रह्मलीन स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज की स्मृति में श्री सद्गुरुदेव पुण्य स्मृति दर्शन का लोकार्पण किया। उन्होंने पंच देवताओं के आह्वान के साथ श्री गुरुदेव समाधि मंदिर का शिलान्यास भी किया।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी का व्यक्तित्व प्रेरणादायी रहा है। उन्होंने भारत माता ट्रस्ट मंदिर की स्थापना की। देशकाल की मांग के अनुसार जिन लोगों ने देश के लिए बलिदान किया, उनको समर्पित किया। वह एक बहुत बड़े संत थे। उनको शंकराचार्य की उपाधि मिली, लेकिन उन्होंने उसका परित्याग किया। वह आध्यात्म और व्यवहार दोनों के समन्वयक थे। सोमवार को उनकी याद में जिस समाधि मंदिर का शिलान्यास किया गया, वह युगों-युगों तक आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा देगा।
श्री सद्गुरुदेव पुण्य स्मृति दर्शन सभागार में स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज के जीवन से संबंधित दुर्लभ चित्रों, महान हस्तियों की प्रतिमाएं, ग्रंथों और पुस्तकों के संकलन को बड़े व्यवस्थित ढंग से प्रदर्शित किया गया है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक आदि ने स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज के जीवन से संबंधित संकलित वस्तुओं का अवलोकन किया तथा उन्हें प्रेरणादायी बताया। इस अवसर पर भारत माता मंदिर और समन्वय ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने मुख्यमंत्री और विशिष्टजनों को अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने मुख्यमंत्री के सौम्य व्यक्तित्व की सराहना की। कहा कि उनके कुशल नेतृत्व में महाकुंभ निर्विघ्न संपन्न होगा।