लैब टेक्नीशियन ने भूखे रहकर किया काम
उत्तराखंड मेडिकल लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन की ओर से सोमवार को लैब टेक्नीशियन ने भूखे रहकर काम किया।
संवाद सहयोगी, रुड़की: उत्तराखंड मेडिकल लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन की ओर से सोमवार को लैब टेक्नीशियन ने भूखे रहकर काम किया।
उत्तराखंड मेडिकल लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन चार सूत्री मांगों को लेकर आंदोलित है। इसके चलते एक जुलाई से पांच जुलाई तक लैब टेक्निशियन ने काली पट्टी बांधकर कार्य किया। सोमवार से आंदोलन को और तेज करते हुए लैब टेक्नीशियन ने कार्य के दौरान अन्न जल त्यागकर सामूहिक उपवास किया है। लैब टेक्नीशियन ने सिविल अस्पताल स्थित ब्लड बैंक पर के समक्ष मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया। संगठन के जिला मंत्री अरविद सैनी ने कहा कि पिछले 15 सालों से उनकी कैडर पुनर्गठन की मांग लंबित है। लगातार इसकी मांग की जा रही है। पर, उनकी इस मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। लैब टेक्नीशियन फ्रंट लाइन वॉरियर्स हैं, इसके बाद भी उन्हें जोखिम भत्ता नहीं दिया जा रहा है। वहीं उन्होंने हर माह वेतन कटौती पर भी आपत्ति जताई। राज्य में 150 लैब टेक्नीशियन ह,ै जो कोरोना काल में दिन-रात सेवा दे रहे हैं। मलेरिया, डेंगू, टीवी, एचआईवी, हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी लैब सेवाओं का कार्य निरंतर कर रहे हैं। उन्हें साथ में संवर्ग को कोई भत्ता भी इसके लिए नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती हैं। तब तक उनका अंदोलन जारी रहेगा। इस मौके पर प्रांतीय संगठन मंत्री पवन कश्यप, संजय चौरसिया, वीरेंद्र सिंह रावत, परविदर सिंह, विजय यादव, विश्व दीपक, अनुराग गुप्ता, हिमांशु राणा विजय शर्मा, बिट्टू सैनी, मोहम्मद अफजल आदि मौजूद रहे।