शिक्षक विहीन हैं 28 सरकारी स्कूल
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: जिले के राजकीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा का स्तर सुध
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: जिले के राजकीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए कागजों व मीटिंग में लाख दावे किए जाते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि कई विद्यालयों में एक भी शिक्षक की तैनाती नहीं है। आज भी जिले के दो जूनियर और 26 राजकीय प्राथमिक विद्यालय शिक्षक विहीन है। इसमें पठन-पाठन के लिए आसपास के विद्यालयों से शिक्षक स्थानीय व्यवस्था के तहत भेजे जाते हैं। शासन की मंशानुसार शिक्षकों के अंतरविद्यालय स्थानांतरण की कवायद चल रही है। मई से ही जारी इस कवायद में सुगम दुर्गम कोटिकरण के आधार पर तबादले के लिए दस-दस विद्यालयों का विकल्प भी मांग लिया गया है, लेकिन शासन के नियमों के अनुसार रिक्त 860 शिक्षकों के पद के सापेक्ष केवल दस फीसद यानी 86 का ही स्थानांतरण हो सकता है। जिले में दो उच्च प्राथमिक और 26 राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक नहीं है। आसपास के स्कूलों से उपलब्धता के आधार पर शिक्षक भेजकर स्कूल संचालित कराया जा रहा है। नई भर्ती न होने से रिक्त पदों पर समस्या खड़ी हो रही है। शिक्षकों के स्थानांतरण की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही सूची जारी की जाएगी। इसमें प्राथमिकता के आधार पर शिक्षक विहीन और एकल विद्यालयों में शिक्षक देने ही है। ब्रह्मापाल ¨सह सैनी, डीईओ बेसिक शिक्षा