कंगाल होने के कगार पर पहुंच गई गन्ना समितियां
जागरण संवाददाता, रुड़की: जिले की चारों गन्ना समितियां कंगाली के कगार पर पहुंच गई है। जून माह से गन्ना
जागरण संवाददाता, रुड़की: जिले की चारों गन्ना समितियां कंगाली के कगार पर पहुंच गई है। जून माह से गन्ना समितियों के कर्मचारियों को वेतन मिलना भी मुश्किल हो जाएगा। सेवानिवृत्त कर्मचारी भी अपने फंड आदि का पैसा लेने के लिए गन्ना समितियों के चक्कर काट रहे हैं। वहीं मृतक कर्मचारियों के देयकों का भी अभी तक भुगतान नहीं हो पाया है। अब गन्ना विभाग ने चीनी मिलों की आरसी काटने की तैयारी कर ली है।
बकाया गन्ना मूल्य भुगतान देने में चीनी मिल फिसड्डी साबित हो रही है। इसके अलावा चीनी मिल गन्ना समितियों का गन्ना मूल्य कमीशन तक नहीं दे पा रही है। इसकी वजह से गन्ना समितियों की वित्तीय स्थिति गड़बड़ाना शुरू हो गई है। गन्ना समितियों के पास जो जमा पूंजी थी, वह भी वेतन आदि देने में चली गई है। स्थिति यह है कि अब गन्ना समितियों के पास जून माह का वेतन देने के लिए धनराशि नहीं है। वहीं दो दर्जन से अधिक कर्मचारी अपने देयकों के भुगतान के लिए गन्ना समितियों के चक्कर काट रहे हैं। यह कर्मचारी काफी समय पहले सेवानिवृत्त हो चुके हैं। जिले की चीनी मिलों पर समितियों का 30 करोड़ रुपये का गन्ना मूल्य कमीशन बकाया चलाया जा रहा है। इस संबंध में सहायक गन्ना आयुक्त आशीष कुमार नेगी ने बताया कि जिले में समितियों की हालत बेहद खराब हो चली है। गन्ना मूल्य कमीशन के लिए अब चीनी मिलों की आरसी काटी जाएगी।