ज्वालापुर की विवादित 56 बीघा भूमि की एसटीएफ जांच शुरू
कई साल से चर्चा में चली आ रही ज्वालापुर क्षेत्र की विवादित 56 बीघा भूमि की परतें अब एसटीएफ की जांच में खुलकर सामने आएंगी। एसटीएफ ने शुक्रवार को ज्वालापुर कोतवाली में मुकदमे से जुड़े दस्तावेज कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: कई साल से चर्चा में चली आ रही ज्वालापुर क्षेत्र की विवादित 56 बीघा भूमि की परतें अब एसटीएफ की जांच में खुलकर सामने आएंगी। एसटीएफ ने शुक्रवार को ज्वालापुर कोतवाली में मुकदमे से जुड़े दस्तावेज कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। जांच के पन्ने पलटने पर एसटीएफ शहर के कई सफेदपोश, रसूखदार और प्रापर्टी डीलरों से पूछताछ कर सकती है।
ज्वालापुर में हरिद्वार-दिल्ली हाईवे से सटी 56 बीघा भूमि का मामला फिर से सुर्खियों में आया था। दिल्ली के रहने वाले एक प्रापर्टी डीलर भारत चावला ने 20 बीघा भूमि पर स्वामित्व का दावा करते हुए अपने सगे भाई गिरधारी लाल चावला, भतीजे सचिन, पश्चिमी उप्र के दबंग यशपाल तोमर व एक अन्य के खिलाफ कोतवाली ज्वालापुर में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि यशपाल तोमर उस पर 20 बीघा भूमि उसके भाई गिरधारीलाल चावला के नाम पर करने के लिए दबाव बना रहा है। सभी ने मिलकर उसके साथ गाली-गलौच करते हुए हत्या की धमकी दी है। बागपत के दबंग यशपाल तोमर के खिलाफ कनखल थाने में भी पूर्व में कांग्रेसी नेता तोष जैन को घर में घुसकर हत्या की धमकी देने का मामला दर्ज है और उस मामले के तार भी भूमि विवाद से ही जुड़े हैं। इस मुकदमे की जांच भी एसटीएफ को सौंप दी गई थी। यशपाल तोमर की दोनों मुकदमे में संलिप्तता को देखते हुए डीजीपी अशोक कुमार ने 56 बीघा भूमि से जुड़े मुकदमे की जांच भी एसटीएफ को सौंपी है। शुक्रवार को एसटीएफ के उपनिरीक्षक यादवेंद्र सिंह बाजवा की अगुआई में कोतवाली ज्वालापुर पहुंची एसटीएफ टीम ने मुकदमे से जुड़े दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए। टीम फिलहाल देहरादून लौट गई है। लेकिन, जल्द ही पूरे मामले की कुंडली खंगालने के लिए हरिद्वार आएगी। सूत्र बता रहे हैं कि जमीन के हिस्सेदारों से लेकर दखल रखने वाले कई नामी चेहरों से एसटीएफ पूछताछ कर सकती है। लगातार हरिद्वार की विवादित संपत्तियों में दखल देने वाले बागपत के यशपाल तोमर पर भी एसटीएफ का शिकंजा कसना तय माना जा रहा है।