ब्रह्मचारी को मनाने मातृसदन पहुंचे श्री श्री रविशंकर, रहे असफल
श्रीश्री रविशंकर ने मातृसदन पहुंचे और ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद से मुलाकात कर तप त्यागने का आग्रह किया। लेकिन आत्मबोधानंद ने उनके आग्रह को ठुकरा दिया।
हरिद्वार, जेएनएन। आर्ट ऑफ लिविंग के प्रमुख श्रीश्री रविशंकर ने मातृसदन पहुंचे और ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद से मुलाकात कर तप त्यागने का आग्रह किया। आत्मबोधानंद ने उनके आग्रह को ठुकराते हुए कहा कि जब तक गंगा को लेकर उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी, उनकी तपस्या जारी रहेगी। मातृसदन ने श्रीश्री पर सरकारी भाषा बोलने का आरोप भी लगाया। ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद गंगा रक्षा को लेकर 169 दिन से तपस्या (अनशन) कर रहे हैं।
जगजीतपुर स्थित मातृसदन आश्रम में पूर्व प्रोफेसर ज्ञान स्वरूप सानंद की मांगों को पूरा कराने के लिए आश्रम के ब्रह्मचारी संत आत्मबोधानंद तप कर रहे हैं। इस दौरान वह केवल जल के साथ नींबू, नमक और शहद ले रहे हैं। बुधवार शाम श्रीश्री रविशंकर ने ब्रह्मचारी से मुलाकात में गंगा को निर्मल और अविरल करने के प्रयास में किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया। उन्होंने आग्रह किया कि वह अपना तप त्याग दें।
बाद में मातृसदन ने आरोप लगाया कि श्रीश्री रविशंकर सरकारी भाषा बोल रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि उन्हें गंगा की कम और सरकार की ज्यादा चिंता है। इससे गंगा का कोई भला होने वाला नहीं है।
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