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गंगा का जलस्तर बढ़ने से कई परिवार टापू पर फंसे, SDRF और जल पुलिस ने किया रेस्क्यू

गंगा का जलस्तर बढ़ने से बालावाली क्षेत्र में गंगा क्षेत्र में खेती करने वाले कई परिवार धारा के बीच में फंस गए। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ एसडीआरएफ और जल पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची। टापू पर फंसे 75 व्यक्तियों को सकुशल रेस्क्यू कर लिया।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Sat, 22 May 2021 03:57 PM (IST)Updated: Sat, 22 May 2021 03:57 PM (IST)
गंगा का जलस्तर बढ़ने से कई परिवार टापू पर फंसे, SDRF और जल पुलिस ने किया रेस्क्यू
गंगा का जलस्तर बढ़ने से कई परिवार धारा के बीच फंसे।

संवाद सूत्र, हरिद्वार। गंगा का जलस्तर बढ़ने से बालावाली क्षेत्र में गंगा क्षेत्र में खेती करने वाले कई परिवार धारा के बीच में फंस गए। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ एसडीआरएफ और जल पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची। नाव और राफ्ट की मदद से जलधारा के बीच टापू पर फंसे 75 व्यक्तियों को सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया। गुरुवार रात के समय गंगा का जलस्तर बढ़ना शुरू हुआ। शुक्रवार सुबह जब तक गंगा क्षेत्र में झोपड़ी बनाकर रहने वाले व्यक्ति नींद से जागते तब तक वह पानी से घिर चुके थे। 

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उत्तराखंड के अलावा उत्तरप्रदेश के बॉर्डर से सटे गांवों के ग्रामीण गंगा क्षेत्र में तरबूज, खरबूजा, ककड़ी व सब्जियां आदि उगाते हैं। यह परिवार गंगा क्षेत्र में ही झोपडी आदि डालकर रहते हैं। बीते तीन दिनों से पहाड़ों से लेकर मैदान तक लगातार बारिश हो रही है। इससे गंगा का जलस्तर बढ़ रहा था। इस बीच रात के समय जलस्तर बढ़ने से सुबह बालावाली क्षेत्र में गंगा उफान पर आ गई। पहले ग्रामीणों ने इसे हल्के में लिया। लेकिन, जब गंगा का जलस्तर कम होने के बजाय और बढ़ने लगा तो वह गंगा के बीच टापू में फंस गए। उन्होंने मदद के लिए गुहार लगाई। 

बालावाली चौकी प्रभारी उपेंद्र बिष्ट ने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी। कई व्यक्तियों के जलधारा के बीच में फंसें होने की जानकारी मिलने पर प्रशासन तत्काल हरकत में आया। एसडीएम शैलेंद्र ङ्क्षसह नेगी ने आपदा कंट्रोल रूम को जानकारी दी। इसके बाद एसडीएम के अलावा सीओ विवेक कुमार, कोतवाल प्रदीप चौहान, प्रभारी एसओ आशीष नेगी, व राजस्व कर्मियों के अलावा एसडीआरएफ और जल पुलिस अग्निशमन विभाग की टीमें मौके पर पहुंची। 

गंगा के बीच फंसे 75 व्यक्तियों को रेस्क्यू कर निकाल लिया गया। इसके अलावा उनके पशुओं को भी बचाया गया। एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि सकुशल निकाले गए ग्रामीणों में महिला, पुरुषों के साथ ही बच्चे भी शामिल हैं। बताया कि मामले में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को गंगा का जलस्तर इस प्रकार बढ़ने पर नियंत्रण को लेकर निर्देश दिए गए हैं। 

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