डिग्री कॉलेज की प्राचार्य का वेतन रोका
उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की ओर से आयोजित डीएलएल प्रवेश परीक्षा में नियमों की अनदेखी पर केएलडीएवी डिग्री कॉलेज की प्राचार्य का वेतन रोक दिया गया उनसे जवाब तलब किया गया है।
जागरण संवाददाता, रुड़की: उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की ओर से आयोजित डीएलएल प्रवेश परीक्षा में नियमों की अनदेखी पर केएलडीएवी डिग्री कॉलेज की प्राचार्य का वेतन रोक दिया गया, उनसे जवाब तलब किया गया है।
शुक्रवार को विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर डीएलएड में प्रवेश के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी। मुख्य शिक्षा अधिकारी डॉ. आनंद भारद्वाज ने बताया कि केएलडीएवी डिग्री कॉलेज को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया था। यहां निरीक्षण में तमाम खामियां मिली। कॉलेज गेट पर शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा था। इसके अलावा गेट पर थर्मल स्क्रीनिग और सैनेटाइजिग की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। इसके अलावा कॉलेज में शिक्षक एवं कर्मचारी और परीक्षार्थी बगैर मास्क के थे। केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का भी उल्लंघन किया जा रहा था। कक्षों में मानक से अधिक परीक्षार्थियों को बैठाया गया था। मुख्य शिक्षाधिकारी ने बताया कि इस संबंध में प्राचार्य से वार्ता की गई तो उनका जवाब लापरवाही भरा था। इसलिए उनका दिसंबर का वेतन रोक दिया गया है। साथ ही, उन्हें 19 दिसंबर तक मुख्य शिक्षाधिकारी कार्यालय में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है।
दो हेडमास्टरों का वेतन रोका
उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की ओर से आयोजित डीएलएड प्रवेश परीक्षा में विभिन्न विद्यालयों के शिक्षकों की भी ड्यूटी लगाई गई थी। इसमें उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तांशीपुर के प्रधानाध्यापक अवनेंद्र कुमार यादव एवं राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रानीमाजरा के हेड मास्टर राकेश कुमार शर्मा की भी ड्यूटी लगाई गई थी। दोनों ही परीक्षा केंद्र पर ड्यूटी देने के लिए नहीं पहुंचे। इसके चलते मुख्य शिक्षा अधिकारी ने दोनों ही शिक्षकों के वेतन पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी है। दोनों को ही निर्देश दिए गए हैं कि वह अपना लिखित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें, अन्यथा उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।