क्षतिग्रस्त मकानों की मरम्मत करेगा राज्य आपदा विभाग
जागरण संवाददाता, रुड़की: माहीग्रान में सीवरेज पंपिंग स्टेशन बनाने के दौरान क्षतिग्रस्त मकानों की मरम्
जागरण संवाददाता, रुड़की: माहीग्रान में सीवरेज पंपिंग स्टेशन बनाने के दौरान क्षतिग्रस्त मकानों की मरम्मत का कार्य राज्य आपदा विभाग करेगा। इसके लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक की ओर से करीब 40 लाख रुपये का बजट राज्य आपदा विभाग को दिया जाएगा।
सीवर प्रोजेक्ट के तहत माहीग्रान में सीवरेज पंपिंग स्टेशन बनाया जा रहा है। इसके लिए यहां पर 14 मीटर गहरे और 14 मीटर के ही व्यास का एक वेल बनाया गया है। वेल बनाने के दौरान आसपास स्थित करीब आठ मकानों की दीवारों में दरार आ गई। वहीं कुछ की छतों से प्लॉस्टर का हिस्सा भी टूट गया था। लोगों के विरोध करने पर एडीबी ने आइआइटी रुड़की और सीबीआरआइ के वैज्ञानिकों की मदद ली थी। सीबीआरआइ के वैज्ञानिकों ने इन मकानों का निरीक्षण किया। इन घरों की मरम्मत के लिए डिजाइन एवं ड्राइंग बनाई गई। अब इसके आधार पर ही राज्य आपदा विभाग की ओर से इन क्षतिग्रस्त मकानों को दुरुस्त किया जाएगा। कार्यदायी संस्था की ओर से 25 जून से यह कार्य शुरू किया जाएगा। एडीबी के सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर आरके रजवार के अनुसार माहीग्रान में सीवरेज पं¨पग स्टेशन बनाए जाने के दौरान लगभग आठ मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे। सोमवार से इन मकानों की मरम्मत का काम प्रारंभ कर दिया जाएगा। मरम्मत के बाद ही शुरू हो सकेगा कार्य
रुड़की: माहीग्रान में सीवरेज पं¨पग स्टेशन के तहत कार्यदायी संस्था की ओर से एक वेल बना दिया गया है लेकिन यहां पर अभी एक और वेल व चैंबर बनाने का काम भी शेष है। क्योंकि वेल के लिए की गई गहरी खुदाई के कारण माहीग्रान के आसपास के मकानों में दरार आ गई थी। इस वजह से काम को बीच में ही रोकना पड़ा था। वहीं अब जब तक क्षतिग्रस्त मकानों को ठीक नहीं कर लिया जाता है तब तक यहां पर दूसरा वेल और चैंबर बनाने का काम शुरू नहीं हो सकेगा। कार्यदायी संस्था ने माहीग्रान में सीवर प्रोजेक्ट के तहत काम पूरा करने के लिए शासन से सितंबर तक की अनुमति मांग ली है।