साइट धीमी चलने से राशन कार्डधारक परेशान
खाद्य आपूर्ति विभाग की साइट धीमी चलने के कारण राशन कार्डधारकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक-एक कार्डधारक का कार्ड अपलोड होने में 10 से 15 मिनट लग रहे हैं।
संवाद सहयोगी, रुड़की : खाद्य आपूर्ति विभाग की साइट धीमी चलने के कारण राशन कार्डधारकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक-एक कार्डधारक का कार्ड अपलोड होने में 10 से 15 मिनट लग रहे हैं। इसके अलावा बायोमीट्रिक पर अंगुलियों के निशान भी सत्यापित नहीं हो पा रहे हैं, जिससे सस्ते गल्ले की दुकानों पर राशन लेने वालों को घंटों लाइन में खड़े रहना पड़ रहा है। इससे राशन डीलरों व कार्डधारकों के बीच नोकझोंक भी आए दिन हो रही है।
खाद्य आपूर्ति विभाग ने सिस्टम को हाईटेक किया हुआ है। सभी राशन कार्ड आनलाइन हैं। राशन में कोई गड़बड़ी न हो। इसके लिए कार्डधारक की अंगुलियों के निशान बायोमीट्रिक मशीन पर लगाए जाते हैं, जिसके बाद कार्डधारक के कार्ड की डिटेल खुलती है। पिछले दो सालों से कोरोना के कारण बायोमीट्रिक के बिना ही राशन दिया जा रहा था। लेकिन, अब फिर से बायोमीट्रिक को अनिवार्य कर दिया है। लेकिन, यह सिस्टम कार्डधारकों के लिए मुसीबत बन गया है। राशन डीलर कार्डधारकों को राशन देने से पहले बायोमीट्रिक से उनका सत्यापन कर रहे हैं। लेकिन, साइट स्लो होने के चलते एक प्रक्रिया को पूरी करने में 15 मिनट से अधिक समय लग रहा है, जिससे कार्डधारकों को काफी इंतजार करना पड़ रहा है। राशन की दुकानों पर लंबी लाइन लगी रहती है। यही नहीं कई कार्डधारकों की अंगुली बायोमीट्रिक पर मैच नहीं हो रही है। इससे उन्हें लंबी लाइन में लगने के बाद नंबर आने पर निराश ही लौटना पड़ रहा है। कानून गोयान निवासी अशरफ ने बताया कि तीन दिन से वह लगातार राशन की दुकान पर राशन लेने जा रहा हैं, लेकिन बायोमीट्रिक पर इंप्रेशन नहीं आ पा रहा है। राशन डीलरों का कहना है कि साइट कई बार स्लो हो जाती है, जिससे कार्ड वैरीफाइ नहीं हो पाता है। इससे काफी समय लग रहा है। उन्होंने बताया कि गर्मी के कारण हाथों में पसीना आ जाता है। इस कारण से बायोमीट्रिक इंप्रेशन में भी दिक्कत हो रही है। दो बार रिजेक्ट होने के बाद फिर कार्ड ओपन नहीं हो पाता है। कार्डधारक इस बात का गुस्सा उन पर उतारते हैं। जिला पूर्ति अधिकारी केके अग्रवाल ने बताया कि साइट को लेकर जो भी दिक्कतें आ रही हैं उनको दूर किया जाएगा।